Mon. Dec 23rd, 2024
    म्यांमार बांग्लादेश रोहिंग्या

    रोहिंग्या मुसलमानों को बांग्लादेश ने अपनी जमीन पर शरण देकर इस मुद्दे पर वैश्विक ध्यान प्राप्त किया है। रोहिंग्या पर बांग्लादेश के प्रयासों व सहयोग की विश्व स्तर पर सराहना की गई है।

    नीदरलैंड में बांग्लादेश के राजदूत शेख मोहम्मद बेलाल ने न्यूयॉर्क में हाल में अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय की 16 वीं विधानसभा में बयान देते हुए कहा कि बांग्लादेश ने रोम संविधि (कानून) को अपना समर्थन दोहराया है। बांग्लादेश दुनिया से आग्रह करता है कि लोगों से छुटकारा पाने की संस्कृति का अंत हो और सभी देश रोम संविधि के पूर्ण कार्यान्वयन की दिशा में काम करे।

    अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय की 16 वीं विधानसभा में बांग्लादेश के राजदूत शेख मोहम्मद बेलाल ने म्यांमार के रखाइन प्रांत में रोहिंग्या पर हुए विनाशकारी परिणामों पर विश्व का ध्यान खींचने की कोशिश की।

    इस दौरान राजदूत ने बांग्लादेश की रोहिंग्या पर दृष्टिकोण व प्रयासों को सबके सामने रखा। राजदूत बेलाल ने बताया कि बांग्लादेश, म्यांमार सरकार के साथ मिलकर रोहिंग्या लोगों की सुरक्षित व गरिमापूर्ण घर वापसी को लेकर काफी प्रयास कर रहा है।

    इन प्रयासों को सबके सामने बताया गया। राजदूत बेलाल ने रोहिंग्या मुसलमानों पर अपने मनःस्थिति भी जाहिर की। इस तरह के घिनौने अपराध के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग करते हुए रोहिंग्या पर विश्वास व आत्मविश्वास बहाल करने की अपील की।

    रोहिंग्या शरणार्थियों की म्यांमार वापसी में जल्दबाजी ना हो – संयुक्त राष्ट्र

    अंतरराष्ट्रीय न्यायालयों के नियमों की पालना करता है बांग्लादेश

    बांग्लादेश के राजदूत बेलाल ने अफसोस जताते हुए कहा कि रोहिंग्या लोगों पर अत्याचार की जांच खुद की सेना ने ही की है जो कि इस हिंसा की जिम्मेदार है। साथ ही कहा कि म्यांमार के अधिकारियों ने मानव अधिकार परिषद के फैक्ट फाइंडिंग मिशन को पहुंचने ही नहीं दिया।

    राजदूत ने जापान और फिलिस्तीन के साथ-साथ एशिया-प्रशांत समूह में बांग्लादेश को चुनने के लिए प्रशंसा जाहिर की। राजदूत ने कहा कि बांग्लादेश हमेशा से ही अंतरराष्ट्रीय न्यायालयों के नियमों की पालना करता आया है। इसके लिए हमेशा से सहयोग को मजबूती प्रदान की है।

    बांग्लादेश ने यौन और लिंग आधारित हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करने में अपने राष्ट्रीय अनुभव को साझा करने की पेशकश की है। राजदूत ने इस दौरान कहा कि बांग्लादेश के जैसे ही अन्य देश भी मानवता के पक्ष में सहयोग करे ।