बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और विपक्षी नेता खालिदा जिया को भ्रष्टाचार के आरोप में शीर्ष अदालत ने सात वर्ष की सज़ा सुनाई है। खालिदा जिया के समर्थकों ने अदालत के इस निर्णय को राजनीति से प्रभावित बताया है। खालिदा जिया बांग्लादेश की प्रधामंत्री शेख हसीना की विरोधी है।
अदालत के इस निर्णय के बाद खालिदा जिया के समर्थकों और पुलिस में झड़प हो गयी थी। बांग्लादेश की विपक्षी पार्टी का नेतृत्व खालिदा जिया जेल से करेगी। अदालत के ट्रायल में 73 वर्षीय खालिदा जिया सत्ता का दुरूपयोग करने के लिए और 375000 मिलियन डॉलर के घोटाले के लिए भी शर्मिंदा थी।
खालिदा जिया के वकील निरंतर अदालत में इसे राजनीतिक साजिश बता रहे थे। उन्होंने शेख हसीना के साथ गठबंधन बनाया था लेकिन साल 2004 में सत्ता में विरोधी पार्टी के वापस आने के डर से चुनाव का बहिष्कार किया था।
खालिदा जिया ने अपने पति पूर्व सैन्य तानाशाह की मृत्यु के उपरांत 1980 के मध्य में राजनीतिक सरजमीं पर कदम रखा था। उनके ऊपर हिंसा और भ्रष्टाचार के कई मामले हैं लेकिन उनके वकील लगातार इन आरोपों को खारिज करते रहे हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि उन पर आरोप उनके परिवार को राजनीति से बाहर रखने के लिए लगाये गए हैं। उन्होंने कहा कि ढाका के कैदखाने में उनका स्वास्थ्य बिगड़ता जा है। फ़ास्ट ट्रैक ट्रायल के तहत जेल में ही अदालत लगी थी।
हाल में में खालिदा जिया के बेटे को हमला करने के जुर्म में उम्रकैद की सज़ा हुई थी। रहमान ने साल 2004 में शेख हसीना की राजनीतिक रैली में बम ब्लास्ट किया था। इस हमले में 20 लोगों की मृत्यु हो गयी थी जबकि शेख सहित कई अन्य राजनीतिक हस्तियां जख्मी हुई थी।