बांग्लादेश में आम चुनावों का दौर खत्म हो चुका है और इस दौरान कई स्थानों पर हिंसा और अवैध गतिविधियों की खबरे आई थी। बांग्लादेश में एक पत्रकार को चुनाव में अनियमितता की झूठी खबरे प्रकाशित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया और उसका एक साथी फरार हो गया है।
ढाका ट्रिब्यून अखबार के लिए कार्यरत हेदायत होस्सैन मोल्लाह को डिजिटल सिक्योरिटी लॉ के तहत मंगलवार को हिरासत में लिया गया है। जिस पर दक्षिण पंथी समुदाय ने विभागों को दी ताकत पर असंतोष जाहिर किया है। पत्रकार को मंगलवार के दिन दक्षिण खुलना इलाके से गिरफ्तार किया गया था।
सरकार का एंटी प्रेस लॉ
स्थानीय पुलिस अफसर महबूबुर रहमान ने बताया कि आरोपी पत्रकार ने एक मतदान क्षेत्र में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या से अधिक बैलट होने की खबर प्रकाशित की थी। पुलिस विभाग ने पत्रकार पर गलत सूचना मुहैया करने के प्रयास करने का आरोप लगया ताकि चुनाव पर प्रश्नचिन्ह उठाया का सके।
पत्रकार पर यदि यह आरोप साबित हो जाते हैं तो उन्हें कठोर एंटी प्रेस लॉ के तहत 14 वर्ष के कारावास की सज़ा दी जाएगी, जिसे बीते वर्ष शेख हसीना ने लागू किया था। शेख हसीना के निरंकुश शासन की आलोचना की जाती है, मसलन मीडिया और पत्रकारों पर पाबंदी, हाल ही में दिग्गज फोटोग्राफर शहीदुल आलम ने चार माह जेल में व्यतीत किये थे।
रविवार को हुए आम चुनावों में शेख हसीना ने 98 प्रतिशत सीटों पर अपना परचम लहराया था। विपक्षियों के मुताबिक चुनाव जीतेने के लिए सत्ताधारी पार्टी आवामी लीग ने चुनावों में धांधली की है। इस अभियान के दौरान हजारों विपक्षी कार्यकर्ताओं को चुनावी अभियान के दौरान गिरफ्तार किया गया था।
विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी
विपक्षी दल ने बताया कि बांग्लादेश की पुलिस ने अभी तक 10,500 विपक्षी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। अमेरिका ने हाल ही में बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार से निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने को कहा था। विपक्षी दलों ने कहा कि 8 नवम्बर को चुनाव के ऐलान के बाद गिरफ्तारियों ने भय का माहौल तैयार कर दिया है।
बीएनपी के इस्लामिक साझेदार, जमात ए इस्लामी ने कहा कि 3500 से अधिक समर्थक हिरासत में हैं। इस दल को चुनाव लड़ने से रोक दिया गया है, लेकिन इनके उम्मीदवार बीएनपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। जमात ए इस्लामी के सेक्रेटरी जनरल ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर रोजाना 80 से 90 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जाता है, इन गिरफ्तारियों ने डर का माहौल बना दिया है।