बांग्लादेश के 20 नागरिक अभी असम के सिल्चर जेल में कैद है और उन्हें जल्द ही उनके मुल्क वापस भेजा जायेगा। बांग्लादेशी नागरिकों को शनिवार को असम के करीमगंज जिले में स्थित सुतारकंडी सीमा से वापस भेजा जायेगा।
असम पुलिस के बॉर्डर विंग के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि “20 में से छह हिन्दू है। 20 लोगो को अदालत ने पासपोर्ट एक्ट या विदेशी कानून या दोनों का उल्लंघन करने का आरोप घोषित किया गया था।”
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय अदालतों द्वारा अवैध बांग्लादेशी नागरिक का वर्ग अलग है। विदेशी बताये गए नागरिक खुद के भारतीय नागरिक होने का दावा कर रहे हैं।
पुलिस निरीक्षक (सीमा शाखा) उत्पल शर्मा ने मीडिया से कहा, “सीमा सुरक्षा बल और सीमा रक्षक बांग्लादेश की मौजूदगी में सीमा जांच चौकी (असम में) सुतारकंडी (भारत) -शीला (बांग्लादेश) सीमा पर भारत से 20 लोगों को बांग्लादेश भेजा गया।”
इन 20 लोगों में हिंदू और मुस्लिम दोनों शामिल हैं। इन्हें पासपोर्ट अधिनियम या विदेशी अधिनियम, या दोनों के उल्लंघन के मामले में दोषी ठहराया गया था और सिलचर जेल में रखा गया था।
शर्मा ने कहा, “इन बांग्लादेशी नागरिकों ने इस बात को माना है कि नौकरी की तलाश में और अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए ये लोग गैर-कानूनी तरीके से भारत में दाखिल हुए थे।”
असम का करीमगंज जिला बांग्लादेश के सिलहट जिले के साथ 263 किलोमीटर की सीमा साझा करता है।