पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन विधेयक और एनआरसी को राज्य में न लागू करने की बात कही है। इस पर भाजपा ने निशाना साधा है। भाजपा ने उन्हें 14 साल पुराना भाषण याद दिलाया है, जो उन्होंने बतौर कोलकाता दक्षिण सांसद लोकसभा में दिया था।
इस भाषण में ममता बनर्जी ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को पश्चिम बंगाल के लिए आपदा करार दिया था। भाजपा के आईटी सेल हेड अमित मालवीय ने लोकसभा में दिए ममता के भाषण के रिकॉर्ड हुए नोट को ट्वीट करते कहा, “ममता बनर्जी की पुरानी भूमिका(अवतार)..जब वह घुसपैठियों को पश्चिम बंगाल के लिए आपदा मानती थीं और ..जब वह मुख्यमंत्री बन गईं तो घुसपैठिए उनके वोट बैंक बन गए।”
चार अगस्त, 2005 को कोलकाता दक्षिण की सांसद ममता बनर्जी ने लोकसभा में बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा था कि बांग्लादेशी घुसपैठिए आपदा बन गए हैं। उन्होंने कहा था, “बांग्लादेशी भारतीय नामों के जरिए मतदाता सूची में दर्ज हो रहे हैं। हमारे पास बांग्लादेशी और भारतीय दोनों वोटर लिस्ट है। यह बहुत गंभीर मामला है। आखिर सदन में कब चर्चा होगी।”
लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अब एनआरसी और नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करते हुए अपने शासन वाले पश्चिम बंगाल में इसे न लागू करने की बात कही है। इसके बाद भाजपा ने उनके पुराने बयान को याद दिलाते हुए उनपर निशाना साधा है।