लग रहा है कि सपा-बसपा गठबंधन ने पश्चिमी यूपी में सीट बटवारे का समझौता तय कर लिया है। और इसी समझौते में, अन्य दल-राष्ट्रिय लोक दल (रालोद) को भी उचित हिस्सा मिलेगा।
सूत्रों ने ज़ी न्यूज़ को बताया कि तीनों पार्टियों के बीच पश्चिमी यूपी में 22 सीटों के लिए समझौता हो गया है। सौदे के मुताबिक, बसपा को क्षेत्र में सबसे अधिक हिस्सा मिला है और वे लगभग दस सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
जबकि समाजवादी पार्टी को अपने उम्मीदवारों के लिए तीन सीट मिली है, रालोद का एक उम्मीदवार हाथरस से सपा के चुनाव चिन्ह से लड़ेगा। रालोद अपने चुनाव चिन्ह से तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगा।
आगामी लोक सभा में, सपा-बसपा गठबंधन ने भाजपा के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। कांग्रेस जिसके बारे में कहा जा रहा था कि वे भी इस गठबंधन का हिस्सा होंगे, उन्हें भी दो प्रमुख खिलाड़ियों द्वारा इस गठबंधन से अलग कर दिया गया है। हालांकि अखिलेश यादव के साथ हुई एक प्रेस कांफ्रेंस में मायावती ने कहा था कि वे अमेठी और रायबरेली की सीट से नहीं लड़ेंगे जिसका प्रतिनिधित्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गाँधी हर बार लोक सभा चुनावों में करते हैं।
पिछले साल, लोकसभा उपचुनाव में, सपा ने बसपा की मदद से भाजपा को गोरखपुर और फूलपुर में हरा दिया था। इन चुनावों में दोनों, 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।