पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में जारी अत्याचारों, हिंसा व नरसंहारों को रोकने के लिए अब यहां के लोगों ने कनाडा सरकार से मदद मांगी है। प्रोफेसर नायरा कादरी बलोच के नेतृत्व में एक बलोच प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को कनाडा के संसद सदस्य रॉन मैककिन्नन से मुलाकात की।
इस दौरान बलोच प्रतिनिधिमंडल ने बलूचिस्तान में जारी नरसंहार को रोकने के लिए कनाडा सरकार से मदद करने का आग्रह किया। इन्होंने बलूचिस्तान में जारी वर्तमान स्थिति से भी उन्हें अवगत कराया।
गौरतलब है कि बलूचिस्तान पर पाक सेना की तरफ से लगातार हिंसा व अत्याचार किए जा रहे है। बलूच महिलाओं, बच्चों व लोगों को शिकार बनाया जा रहा है।
बलोच के लोगों को काफी समय से धार्मिक और जातीय आतंकवाद का सामना करना पड़ रहा है। पाक सेना की तरफ से यहां के लोगों के साथ अत्याचार किए जा रहे है। लेकिन पाकिस्तान सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है।
कनाडा सरकार से मदद मांगी
बलोच प्रतिनिधिमंडल ने कनाडा के संसद सदस्य को बलूचिस्तान में चल रहे बलूच नरसंहार के बारे में बताया। इन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार द्वारा प्रायोजित धार्मिक आतंकवादी समूहों के घुसपैठ को रोकने के लिए कनाडा सरकार हमारी मदद करे व अहम भूमिका अदा करे।
बलोच के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि बलूचिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जिम्मेदारी है कि वो बलोच को वैश्विक सुरक्षा और भावना में सहयोग करे।
भारत से भी की थी मदद की अपील
हाल ही में बलोच लोगों ने भारत से भी मदद की अपील की थी। विश्व बलोच महिला फोरम ने भारत से मांग की थी कि वो नैतिक जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए बलूचिस्तान में चल रहे नरसंहार को रोकने में आगे आकर अपनी भूमिका अदा करे। इन्होंने कहा था कि भारत आगे आकर हमारी मदद करे।
बलूचिस्तान के लोगों को कई दशकों से पाक सरकार के भेदभावपूर्ण रवैये का सामना करना पड़ रहा है। बलूचिस्तान में प्राकृतिक संसाधनों को लूटा जा रहा है।
इसके अलावा बलोच लोगों के अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर रोक लगाई जा रही है। यहां के निवासी चीन-पाकिस्तान इकनोमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) का भी विरोध कर रहे है।