पाकिस्तान में सत्तारूढ़ इमरान सरकार को नेशनल एसेंबली में अपनी सहयोगी बलोच पार्टी, बलोचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगल के तीखे तेवरों का सामना करना पड़ा। पार्टी ने चार बलोच महिलाओं की गिरफ्तारी के खिलाफ सरकार से समर्थन वापस लेने की चेतावनी देते हुए सदन से वाकआउट किया। पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल एसेंबली में गुरुवार को बलोचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगल के नेता सरदार अख्तर मेंगल ने बलोच महिलाओं की गिरफ्तारी पर गुस्सा जताते हुए कहा कि ‘बलोचियों का दिल जीतना होगा, आप किसी बलोची को जबरन पाकिस्तानी नहीं बना सकते।’
बलोचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगल के सदस्यों ने बलोचिस्तान के अवरान जिले में चार बलोची महिलाओं की गिफ्तारी का विरोध करते हुए वाकआउट करने से पहले आसन के सामने नारेबाजी की और धरना दिया।
सरदार अख्तर मेंगल ने कहा कि अगर इन महिलाओं को तुरंत रिहा नहीं किया गया तो उनकी पार्टी सत्तारूढ़ गठबंधन से अलग हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर हम (बलोच नेता) नवाब अकबर बुग्ती की हत्या पर संसद से इस्तीफा दे सकते हैं तो फिर हमारे लिए सत्तारूढ़ गठबंधन को छोड़ना कोई मुश्किल काम नहीं है।
उन्होंने कहा कि परवेज मुशर्रफ जैसे तानाशाह को सम्मान के साथ विदेश भेजा जा सकता है तो इन महिलाओं को रिहा क्यों नहीं किया जा सकता।
मेंगल ने कहा, “अगर किसी गैर मुस्लिम को मुस्लिम नहीं बनाया जा सकता तो उसी तरह किसी बलोच को भी जबरन पाकिस्तानी नहीं बनाया जा सकता। आपको उनके दिलों को जीतना होगा और उनके साथ बराबर के पाकिस्तानी जैसा सलूक करना होगा।”
उन्होंने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि इन चारों महिलाओं की तस्वीरें सोशल मीडिया पर डाल दी गईं हैं।
सदन के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने गृह मंत्री को बलोच महिलाओं की गिरफ्तारी पर सदन में बयान देने का निर्देश दिया है।