बलूचिस्तान (balochistan) की महिला कार्यकर्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी सरकार से शुरुआत में किये वादों को निभाने का आग्रह किया कि वह विश्व को बलूचिस्तान में पाकिस्तान (Pakistan) की बर्बरता के बाबत बताये। विश्व महिला बलोच मंच की अध्यक्ष प्रोफेसर नाएला कादेरी बलोच ने पीएम मोदी को दुसरे कार्यकाल के लिए चुनावो में प्रचंड बहुमत के लिए बधाई दी है।
उन्होंने कहा कि “उनकी सरकार ने पहले कार्यकाल में हमारी दुर्दशा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने का वादा किया था जबकि उन्होंने अन्य सरकारों की तरह बलोच के प्रति भारत के नजरिये में कोई सार्थक परिवर्तन नहीं किया है। भारत की तरफ से जारी बयानों को पाकिस्तान हमारे सात दशकों के आज़ादी के संघर्ष को कुचलने के लिए इस्तेमाल करता है कि यह भारतीय समर्थित आंदोलन है।”
उन्होंने कहा कि “बलोच नागरिकों को उम्मीद है कि मोदी सरकार उनके द्वारा शुरुआत में किये गए वायदों को पूरा करेगी और विश्व को पाकिस्तान की बलूचिस्तान पर की गयी बर्बता से रूबरू करवाएगी।” साल 2016 में भारतीय नेता ने आज़ादी के दिन बलोच स्वतंत्रता संघर्ष पर बयान दिया था।
कार्यकर्ता ने कहा कि “हम भारत और अन्य देशों से बलोच संगठनों का समर्थन करने का आग्रह करते हैं जो बच्चों की शिक्षा और बलोच भाषा का प्रचार करने के लिए कार्य कर रहे हैं। पाकिस्तान अधिग्रहित बलूचिस्तान में बर्बर मुल्क हमारी संस्कृति, भाषा और शिक्षा को सक्रियता से नष्ट करने में जुटा हुआ है। हमारे बच्चों का भविष्य दांव पर है।”
उन्होंने कहा कि “हम भारत या विश्व के अन्य देशो से इस मामले पर ज्यादा की अपेक्षा नहीं करते है। आज़ादी के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा। चाहे अंतररष्ट्रीय समुदाय हमारी जनता के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेमदारी पूरा करे या नहीं।”