Tue. Dec 24th, 2024
    पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में प्रदर्शन करते लोग

    पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के नागरिक खुद को पाकिस्तान के अन्याय और अत्याचारों से दबा हुआ मानते हैं। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सोमवार को व्यापार स्तर पर प्रदर्शन हुआ। इस प्रदर्शन में बच्चे, महिलायें व वृद्ध’ हमें न्याय चाहिए’ और ‘बलोच के गुम व्यक्तियों की रिहाई’ के नारे लगा रहे थे।

    डेरा घाज़ी खान में प्रदर्शनकारियों से मांग की कि बलोच प्रांत के गायब हुए सैकड़ों छात्रों, राजनेताओं और बुद्धिजीवियों को रिहा कर दिया जाए। पिछले कुछ माह से इन व्यक्तियों को गैर कानूनी तरीके से पाकिस्तान की सेना और ख़ुफ़िया एजेंसी ने गिरफ्तार किया था।

    बलोच प्रांत से गायब हुए लोगों के परिवारजन पिछले कुछ माह से निरंतर प्रदर्शन कर रहे हैं हालांकि उनकी मांगों को इस्लामाबाद सरकार नज़रंदाज़ कर रही है।

    इन प्रदर्शनकारियों में महिलाएं अपने परिवारजनों की सुरक्षा के लिए बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं इनमे से एक गायब हुए शरीफ बलोच की बेगम ज़रीना बलोच भी शामिल हैं। ज़रीना के शौहर को 14 अक्टूबर 2016 को गिरफ्तार किया गया था जिसके बाद आज तक ज़रीना ने अपने शौहर को कोई खबर नहीं सुनी है।

    बलोच में ऐसे कई परिवार है जो अपने गायब हुए सदस्यों की सुरक्षा के लिए शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे हैं। बलोच की राजधानी कुयेट्टा में गायब हुए लोगों के परिवारजनों ने उनकी सुरक्षा के लिए यहाँ के मानव अधिकार और नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर प्रदर्शन किया है।

    बलोच से गायब हुए लोगों की सरकार तक आवाज पहुंचाने वाले नासुराल्लाह बलोच ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि बलोचिस्तान के बच्चे और महिलाएं अपने बेटों और भाइयों की सलामती के लिए सुबह से शाम तक प्रदर्शन कर रहे हैं।

    उन्होंने कहा कि अब बलूचिस्तान का हर नागरिक प्रदर्शनकारी माताओं और बहनों का समर्थन करेगा। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान के ताकतवर राजनेताओं और अधिकारियों को से कहना चाहते हैं कि बलूचिस्तान में विद्रोह का जन्म होगा, मेरे मन में न्याय की आस लिए प्रदर्शन करने आई माताओं और बहनों के लिए सम्मान है।

    उन्होंने कहा कि नागरिक अधिकार कार्यकर्ता और मानव अधिकार संघठन सभी प्रदर्शनकारियों के साथ है। बलोच की मानव अधिकार कार्यकर्ता मामा क़दीर भी इस प्रदर्शन में शामिल हुई और पाकिस्तान में बने अवैध नज़रबंद शिविरों को बंद करने की मांग की थी। सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार किये गए कई लोगों की पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ने हत्या कर दी है।

    पाकिस्तान का बलूचिस्तान प्रांत संसाधन से लबरेज इलाका है, यहाँ के नागरिक पाकिस्तान पर जबरन कब्ज़ा करने के आरोप लगाते रहे हैं। आज़ादी के लिए संघर्ष कर रहे बलोशितन के लोगों को पाकिस्तान की सेना और ख़ुफ़िया एजेंसी द्वारा निशाना बनाया जाता है। पाकिस्तान और चीन के मध्य आर्थिक गलियारे के निर्माण की शुरुआत के बाद बलूचिस्तान प्रांत में कार्यकर्ताओं के गायब होने की संख्या में इजाफा हुआ है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *