बलूचिस्तान की कोयले के खदान में फंसे 11 नाबालिगों को बाहर निकालने के लिए पाकिस्तान में अभियान जारी है। एआरआई न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक, क्वेट्टा के नजदीक डोगरी कोयले की खदान में करीब 12 नाबालिग फंस गए थे जब घटक मीथेन गैस के भर जाने से विस्फोट हुआ था।
15 घंटो के बचाव अभियान के बाद एक नाबालिग बच्चे को बचा लिया गया है। प्रक्रिया के दौरान, जहरीली गैस की मौजूदगी के कारण छह राहत कर्मी भी अचेत अवस्था में पड़ गए थे। दुकी जिले के एसएचओ इबरार हुसैन ने कहा कि “कोयले की खदान में तब धमाका हुआ जब नाबालिग बच्चे 1700 फीट नीचे खुदाई कर रहे थे।”
उन्होंने कहा कि “जहरीली गैस मीथेन की मौजूदगी के कारण एक विस्फोट हुआ था, जिससे खदान का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया था और इसमें छह मजदूरों की मौत हो गयी थी।”
पाकिस्तान की सेंट्रल माइंस लेबर फेडरेशन के मुताबिक, करीब 200 नाबालिगो की मौत हुई है और बलूचिस्तान में हर साल कोयले की खदान से सम्बंधित वारदातों में सैकड़ो नाबालिग जख्मो से जूझ रहे हैं।