आयुष्मान खुराना की फिल्म बरेली की बर्फी अभी हाल ही में रिलीज़ की गयी। इस फिल्म को दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। फिल्म में आयुष्मान खुराना, कृति सेनन तो अपने अंदाज़ से दर्शकों को लुभा ही रहे है, और वही राजकुमार राव का अभिनय भी काबिले तारीफ है। इस तिकड़ी को खूब सराहा जा रहा है। 20 करोड़ के बजट में बनी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी अब उभरती हुई नज़र आ रही है। फिल्म ने अपनी रिलीज़ के पहले दिन 2.42 करोड़ का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया और दूसरे दिन फिल्म ने थोड़ी रफ़्तार पकड़ी और 3.85 करोड़ बॉक्स ऑफिस पर बटोरने में कामयाब हुई। फिल्म ने दो दिन की लगभग कमाई 6.27 करोड़ हो गयी है।
#BareillyKiBarfi witnessed ample growth on Sat… Sun should be much better… Fri 2.42 cr, Sat 3.85 cr. Total: ₹ 6.27 cr. India biz.
— taran adarsh (@taran_adarsh) August 20, 2017
अश्विनी अय्यर तिवारी द्वारा निर्देशित यह एक हास्य रोमांटिक फिल्म है। फिल्म में लोगप्रिय कलाकार जावेद अख्तर ने अपनी ज़ुबानी में बड़े ही रोमांचिक तरीके से फिल्म के पात्रों से दर्शकों को रूबरू करवाया है। फिल्म की कहानी बरेली में निवास करने वाले मिश्रा परिवार पर केंद्रित है। मिश्रा परिवार की इकलोती बेटी, बिट्टी की शादी को लेकर उसकी माँ काफी चिंतित रहती है। बिट्टी यूँ तो काफी लड़कों से मिल चुकी होती है, पर उसको खुद के लिए योग्य वर ‘बरैली की बर्फी’ किताब के लेखक में ही नज़र आता है। वो किताब में छपे लेखक को ढूंढ़ती ढूंढ़ती आयुष्मान खुराना उर्फ़ चिराग डुब्बे की प्रिंटिंग प्रेस में पहुंच जाती है। किताब के वास्तविक लेखक तो वैसे चिराग डुब्बे ही होते है, पर वो किसी कारण अपनी पहचान को लोगों के सामने नहीं लाना चाहते है। इस वजह से वो अपनी लिखी गयी किताब पर अपने मित्र राजकुमार राव उर्फ़ प्रीतम विद्रोही का नाम लिखवा देते है। अब, बिट्टी को प्रीतम तक बस एक ही शख्स पंहुचा सकता है वो है प्रिंटिंग प्रेस के मालिक चिराग डुब्बे। पर, चिराग को भी अपने मित्र प्रीतम की कोई खास जानकारी नहीं होती, प्रीतम अपने ही शहर को उस किताब के कारण से ही छोड़कर कही दूर चले जाते है। इसी बीच, बिट्टी और चिराग एक दूसरे के करीब आ जाते हैं। बिट्टी लिखती खत प्रीतम को है पर उसके जवाब उसको चिराग देता है। हर बार खत में चिराग बिट्टी की प्रीतम से मिलने की बात का कोई भी सीधा जवाब नहीं देता है। चिराग बिट्टी के प्यार में एकदम दीवाना हो जाता है। इसलिए, जब बिट्टी उसको प्रीतम से मिलवाने पर ज़ोर डालती है, तो चिराग अपने दोस्त का पता लगाने उसी के शहर पहुंच जाता है। वहाँ से चिराग सीधे साधे प्रीतम को एक ‘रंगबाज़’ अंदाज़ में बिट्टी के सामने लाता है। बिट्टी को प्रीतम पहली बार में बिलकुल भी नहीं पसंद आता। दूसरी मुलाकात में जब बिट्टी के घरवालों को वो पसंद आ जाता है तो बिट्टी भी उसको पसंद करने लगती है। ऐसे ही आगे चलके यह फिल्म एक लव ट्रायंगल का रूप ले लेती है। चिराग हर कोशिश करता है बिट्टी और उसके माता-पिता को लुभाने की, पर आखिर में प्रीतम और बिट्टी की ही शादी की तैयारियों शुरू हो जाती है। पर, फिल्म के अंत में हर बार की तरह हीरो ही हीरोइन को ले जाता है। आयुष्मान खुराना ही कृति सेनन से शादी करता है। फिल्म की कहानी कुछ खास नहीं है, पर फिल्म के कुछ डायलॉग्स आपको ज़ोर ज़ोर के ठाहके मरने पर ज़रूर मजबूर कर देंगे।
उम्मीद करते है, यह फिल्म आने वाले दिनों में और अधिक दर्शकों को खींच पाए।