पिछले कुछ वर्षों में किए गए कई अध्ययनों से बार-बार पता चला है कि ख़राब होती वायु गुणवत्ता व हवा में बारीक कणों का स्तर बढ़ने से हृदय रोग, स्ट्रोक, मधुमेह, निमोनिया, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज एक्ससेर्बेशन और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के लिए अस्पताल में भर्ती होने तक की नौबत आती है। दीर्घकालिक एक्सपोज़र और अल्पकालिक एक्सपोज़र दोनों ही गंभीर मायने रखते हैं। किसी भी व्यक्ति के लिए समझदारी इसी में है कि वह हर परिस्थिति में सावधानी बरतें- एहतियात इलाज से बेहतर है।
वायु प्रदूषण के नुकसान को कम करने के लिए आपको किन सावधानियों का पालन करना चाहिए?
वायु शोधक (Air Purifier) का उपयोग करने पर विचार करें— हालाँकि वे सभी प्रदूषकों को नहीं हटाते हैं, लेकिन वे घर के अंदर वायु की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं। ऐसा वायु शोधक चुनें जिसमें आपके कमरे के आकार के अनुरूप उच्च स्वच्छ वायु वितरण दर (सीएडीआर) हो।
सुबह के समय बाहर न निकलें: बचाव के लिए सावधानी बरतते हुए बाहर न ही निकलें। सुबह टहलने, जॉगिंग, दौड़ने या किसी अन्य प्रकार के व्यायाम के लिए बाहर निकलने से बिल्कुल बचें क्योंकि आप अनजाने में इन प्रदूषकों को ग्रहण कर लेंगे।
यदि आपको पहले से ही फेफड़ों से संबंधित बीमारी, विकार या सांस लेने में परेशानी है, तो घर के अंदर ही रहने का प्रयास करें। यदि आप नियमित व्यायाम के लिए बाहर जाने के लिए दृढ़ हैं, तो सुबह 9.30 या 10 बजे के बाद बाहर निकलना सबसे अच्छा है।
एन-95 मास्क पहनें: दिन के किसी भी समय किसी भी काम के लिए बाहर निकलते समय सर्जिकल मास्क या एन-95 मास्क पहनें। हालाँकि मास्क प्रदूषण से 100 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं, लेकिन वे कुछ हद तक मदद करते हैं।
दवा न छोड़ें (Follow Prescription): अस्थमा के रोगियों, सांस लेने या फेफड़ों से संबंधित समस्याओं या क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज [सीओपीडी] के लिए, दवा का पालन बेहद महत्वपूर्ण है। यदि आपके डॉक्टरों ने कुछ दवाएं निर्धारित की हैं और वर्तमान वायु गुणवत्ता सूचकांक [एक्यूआई] को ध्यान में रखते हुए ये दवाएं की गयी है तो, दवा योजना का पालन करना सबसे अच्छा है।
यदि आपको छाती से संबंधित कोई संक्रमण, फ्लू जैसे लक्षण या खांसी हो जाती है, तो शीघ्र चिकित्सा हस्तक्षेप लेना महत्वपूर्ण है, ताकि लंबे समय तक ठीक होने की अवधि या दुष्प्रभावों से बचा जा सके।
घर के अंदर व्यायाम करें: जब तक मौजूदा स्मॉग की समस्या हल नहीं हो जाती, तब तक घर के अंदर ही व्यायाम करना ही सही है क्योंकि यह प्रतिरक्षा बनाने में मदद करता है, जो शरीर को वायु प्रदूषण के कारण होने वाली किसी भी बीमारी से लड़ने में सक्षम करेगा। प्रमाणित फिटनेस विशेषज्ञों की मदद लें, योग, गहरी साँस लेने के व्यायाम और कार्यात्मक प्रशिक्षण अभ्यास आज़माएँ।
साँस लेने का व्यायाम ( Breathing Excercise) : गहरी साँस लेने का व्यायाम करें जिसमें डायाफ्रामिक साँस लेना शामिल है, क्योंकि यह श्वसन की मांसपेशियों को मजबूत करता है और आपको बेहतर साँस लेने में मदद करता है।