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    बजरंग पुनिया

    नवीनतम विश्व रैंकिंग में 65 किग्रा भार वर्ग में नंबर 1 स्थान हासिल करने वाले स्टार भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया ने मंगलवार को शीआन, चीन में शुरू होने वाली एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने पर अपनी नजरे बना रखी है।

    बजरंग पुनिया इस समय एक शानदार फॉर्म में चल रहे है और उन्होने पिछले 8 टूर्नामेंटो में से 7 में स्वर्ण पदक अपने नाम किए है। जिसमें उनका 2018 में राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलो में भी स्वर्ण पदक शामिल है।

    25 वर्षीय ने एशियाई चैम्पियनशिप के लिए अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी है। वास्तव में, बजरंग ने जॉर्जिया के अपने निजी कोच शाको बेंटिनिडिस के तहत अपने मुकावले के लिए कुछ नए दांव सीखे है। टीओआई के साथ बात करते हुए बजरंग पुनिया ने कहा, ” मैं अपने प्रतिद्वंद्वी को धोखे में डालने के लिए कुछ नए दांव सीख रहा हूं और इनका प्रयास में एशियन चैंपियनशिप में करुंगा।”

    उन्होने आगे कहा, ” शाको मेरे खेल में सुधार करने के लिए मेरी बहुत मदद कर रहे है। उनके मार्गदर्शन में, मैंने कुछ सुधार किए है और अभ्यास सत्रो के दौरान हम नवचार करते रहे है।विश्व चैंपियनशिप और ओलंपिक जैसे टूर्नामेंटों के दौरान विशेष रूप से कठिन विरोधियों के खिलाफ स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जहां मैं पिछड़ सकता हूं। मैं तब इन चालों को सामने लाऊंगा।

    हमेशा आगे रहना महत्वपूर्ण है क्योंकि इन दिनों प्रत्येक शीर्ष पहलवान – प्रत्येक श्रेणी में – अपने विरोधियों के वीडियो देखकर तैयारी करता है और सभी शीर्ष पहलवान एक-दूसरे के खिलाफ इतनी बार लड़ते हैं कि आश्चर्य तत्व धीरे-धीरे कम हो जाता है।”

    बजरंग से जब पूछा गया कि ये नई चालें क्या हैं। उन्होने कहा, ” मैं अपनी रणनीतियो का पहले से खुलासा नही कर सकता। लेकिन में अपने सुरक्षात्मक और आक्रमक दोनो गेम पर काम कर रहा हूं।”

    शाको ने यह भी सुनिश्चित किया है कि अभ्यास सत्र के दौरान बजरंग को बेहतर साथी मिले। बजरंग ने कहा, “इससे पिछले दो वर्षों में मेरे प्रदर्शन पर बहुत फर्क पड़ा है।”

    उन्होंने योगेश्वर दत्त की प्रशंसा की, जो 2016 के ओलंपिक तक 65 किग्रा वर्ग में भारत के प्रतिनिधि हुआ करते थे।

    उन्होने कहा, ” योगी भाई का हर प्रतियोगिता से पहले एक ही संदेश होता है स्वर्ण पदक लेकर आना। ट्रेनिंग के दौरान मैं जो भी गलतियां करता हूं वह उसका आकलन करते है। उन्होने 65 क्रिगा में कई रेसलरो के साथ प्रतिस्पर्धा की है। इसलिए वह ज्यादातर खिलाड़ियो की कमजोरी और मजबूती के बारे में जानते है। वह मुझे कई महत्वपूर्ण जानकारियां देते है और मुझे अपने प्रतिद्वंद्वियों का मुकाबला करने का तरीका दिखाता है।

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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