कोलकाता, 7 जुलाई (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल में रविवार को पुलिस ने 100 से ज्यादा जिंदा देसी बम बरामद किए और अवैध हथियार रखने के आरोप में नौ लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने यह जानकारी दी। दस दिनों के भीतर मल्हारपुर और लाभपुर में दो अलग-अलग विस्फोटों के बाद बीरभूम जिले में पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है। यह जिला राजनीतिक हिंसा के लिए चर्चित है।
हालांकि इन विस्फोट में कोई भी घायल नहीं हुआ क्योंकि वे खाली इमारतों में हुए थे लेकिन इसने 2017 के विस्फोट की याद दिला दी जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी।
बीरभूम पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने आईएएनएस से कहा, “हमने बीरभूम क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों से 100 से अधिक जिंदा बम बरामद किए हैं।”
उन्होंने कहा, “बम निरोधक दस्ते के जवानों ने बमों को सफलतापूर्वक डिफ्यूज कर दिया है। जिले भर में रात भर की गई छापेमारी के दौरान नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनसे छह अवैध आग्नेयास्त्र जब्त किए गए हैं।”
पुलिस अधीक्षक ने कहा, “हमने लाभपुर विस्फोट मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आगे की जांच जारी है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या विस्फोटक और अवैध हथियार बाहर से बंगाल लाए जा रहे हैं, अधिकारी ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंने कहा कि विस्फोट और हिंसा की ऐसी घटनाएं ‘बीरभूम में नई नहीं हैं।”
मल्लारपुर रेलवे स्टेशन के पास एक क्लब की इमारत में 30 जून की सुबह तड़के विस्फोट हुआ था जिससे इमारत की छत और दीवार आंशिक रूप से ढह गई थी।
विस्फोट की प्रकृति का पता लगाने के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाया गया था।
4 जुलाई को बीरभूम के लाभपुर में एक और धमाके ने एक जिला अस्पताल कैंप के पास एक सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एक परित्यक्त खंड को हिला दिया था।
विस्फोट तड़के 3 बजे के आसपास हुआ और इसका मलबा 20 मीटर दूर तक फैल गया, जिससे पास की दो इमारतों को नुकसान पहुंचा था।