प्रो कबड्डी सीजन-6 के ग्रुप चरण के फाइनल मैच में जोन-बी में रोमाचंक मुकाबला देखने को मिला जहां यूपी योद्धा की टीम ने होम लेग में खेल रही बंगाल वॉरियर्स के ऊपर 41-25 से जीत दर्ज की।
बंगाल वॉरियर्स की टीम ने इससे पहले बेंगलुरु बुल्स के ऊपर एक शानदार जीत दर्ज की थी। जहा उनकी टीम ने दूसरे हाफ में बहतरीन प्रदर्शन किया था। उस मैच में मनिंदर सिंह ने 16 रेड प्वाइंट्स अपने नाम किए थे।
गुजरात फॉर्च्यूनगायंट्स के खिलाफ पटना पाइरेट्स की हार के बाद यूपी योध्दा बेहद प्रेरित थे और इस दबाव में उन्हे प्लेआफ में पहुचने के लिए यह मैच जीतना बहुत जरूरी थी। अगर टीम यह मैच हार जाती तो प्लेऑफ की रेस से बाहर हो जाती और पटना पाइरेट्स की टीम प्लेआफ के लिए क्वालिफाई कर लेती। यूपी योद्दा की टीम अपने पिछले पांच मैचो में चार जीत हासिल की और वह इस सीजन में एक सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में दिखी है।
मैच के पहले हाफ में दोनो टीमो के बीच करीबी का मुकाबला देखने को मिला क्योंकि यूपी योद्दा ने बंगाल वॉरियर्स की टीम के द्वारा बनाई गई जल्दी लीड को कम करना शुरु किया। यूपी योद्दा के डिफेंडरों के दो सुपर टैकल ने उन्हें मैच में वापस ला दिया और वे बंगाल की रेड इकाई को प्रतिबंधित करने के लिए रक्षात्मक रूप से अच्छा प्रदर्शन करते दिखे। यूपी योद्दा की टीम खेल के 12वें मिनट में वॉरियर्स को ऑलआउट करने में कामयाब हुई और एक आरामदायक लीड बनाई। यूपी योद्दा की टीम ने पहले हॉफ तक 19-11 से बढ़त बनाकर आगे रही।
दूसरे हाफ में भी यूपी योद्धा टीम लय में थी और अपनी गति को कम नही होने दिया उनके मजबूत ऑल-राउंड प्रदर्शन ने उन्हें स्कोरबोर्ड पर एक बड़ी बढ़त हासिल करने दी और उन्होने उसके बाद वॉरियर्स की टीम को दो बार और ऑलआउट किया।
बंगाल वॉरियर्स की टीम जिसने पहले से ही प्लेऑफ में जगह बना रखी है, वह इस मैच में अहम खिलाड़ियो के साथ नही उतरी थी। यूपी योद्धा की टीम से रिशांक देवडिगा और नितेश कुमार ने एक अच्छा खेल दिखाया और अपनी टीम को इस मैच में एक में 41-25 से जीत दर्ज करवायी। इसे के साथ पटना पाइरेट्स का सफर भी यही खत्म हो गया और वह प्रो कबड्डी के इतिहास में पहली बार प्लेऑफ में जगह बनाने में कामयाब नही हो पाई।