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    प्रीमियम ट्रेनों, फ्लेक्सी-फेयर सिस्टम

    फ्लेक्सी फेयर के तहत किराए में भारी बढ़ोतरी की मार रेलयात्री झेल रहे थे, लेकिन अब उनकों कुछ राहत मिल सकती है। क्योंकि कई महीनों के विचार-विमर्श के बाद रेलवे बोर्ड ने कुछ प्रीमियम गाड़ियों जैसे राजधानी, शताब्दी तथा दुंरतो एक्सप्रेस में फ्लेक्सि-फेयर सिस्टम की समीक्षा करने की प्रक्रिया शुरू की है।

    पीटीआई के अनुसार, रेलवे के 11 दिसंबर के एक परिपत्र के अनुसार बोर्ड ने फ्लेक्सी-फेयर सिस्टम की समीझा के लिए एक छह सदस्यीय समिति का गठन किया है, और इस समिति को अपनी रिपोर्ट मात्र 30 दिन में सबमिट करनी है। इस छह सदस्यीय समिति में रवींद्र गोयल, मीनाक्षी मलिक, एस श्रीराम आदि शामिल हैं।

    परिपत्र में कहा गया है, उम्मीद है यह समिति फ्लेक्सी-फेयर सिस्टम के संबंध में सभी शर्तों की अच्छी तरह से जांच करने के बाद यात्रियों तथा रेलवे के हितों को ध्यान में रखते हुए एक अच्छा विक्लप सुझाएगी। गौरतलब है कि टिकटों की बिक्री बढ़ाने के लिए सरकार फ्लेक्सी फेयर में थोड़े बहुत बदलाव करने जा रही है। ऐसे में राजधानी, दुरंतो और शताब्दी जैसी ट्रेनों का किराया थोड़ा महंगा हो सकता है।

    इन ट्रेनों में यात्रा करने पर आपको 15 फीसदी तक ज्यादा किराया देना पड़ सकता है। रेलवे सितंबर 2016 में फ्लेक्सि-फेयर सिस्टम लांच किया गया, उस दौरान किराए में 50 फीसदी तक की बढ़ोतरी की गई। जिससे रेलवे के राजस्व में इजाफा तो जरूर हुआ लेकिन ज्यादा सीटें खाली रह गईं।

    आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, फ्लेक्सि-फेयर सिस्टम में पहली 50 फीसदी तक की सीट बुकिंग पर अतिरिक्त् पैसे नहीं वसूले जाएंगे। लेकिन जैसे ही 50 फीसदी सीटों की बुकिंग हो जाएगी उसके बाद किराए में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की जाएगी। 50-70 फीसदी सीटें बुक होने के बाद किराए में 10 फीसदी की बढ़ोतरी होनी निश्चित है।

    रेलवे बोर्ड की 6 सदस्यीय समिति ने सुझाव देगी कि फ्लेक्सि-फेयर सिस्टम पीक सीजन, सप्ताहांत तथा फेस्टिव सीजन के दौरान भी लागू किया जाए। समिति ने अभी पिछली साल लांच की गई हमसफर एक्प्रेस के किराए की समीक्षा करने को कहा है।