हाल ही में अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट व भारतीय कंपनी फ्लिपकार्ट के बीच एक सौदा हुआ था, जिसमें वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट की 77 फीसद हिस्सेदारी खरीद ली थी। इसके बाद अब वॉलमार्ट को फ्लिपकार्ट संबंधी कोई भी फैसला लेने का अधिकार प्राप्त है।
फिलहाल खबर ये आ रही है कि फ्लिपकार्ट के चेयरमैन व् ग्रुप सीईओ बिन्नी बंसल को अब ग्रुप सीईओ पद से इस्तीफ़ा देना होगा, यानी अब वे सिर्फ एक पद पर रहते हुए ही अपनी सेवाएं देंगे।
माना ये जा रहा है कि ये फैसला कंपनी के हित में लिया गया है, क्योंकि जल्द ही उनकी जगह किसी दुसरे शख़्स को बिठाया जायेगा।
अभी तक बिन्नी बंसल दो पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे थे लेकिन अब वे सिर्फ कंपनी के चेयरमैन ही रहेंगे।
इस पद पर नयी नियुक्ति के लिए वॉलमार्ट अब कंपनी के अंदर व बहार दोनों ही जगह सही व्यक्ति की तलाश में है, लेकिन माना ये जा रहा है कि फ्लिपकार्ट के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति ही नए ग्रुप सीईओ हो सकते हैं।
इसी के साथ ही अगर बिन्नी बंसल फ्लिपकार्ट से अलग होने का फैसला कर लेते हैं तब भी वो वॉलमार्ट के साथ हुए करार के बाद अगले 18 महीनों तक फ्लिपकार्ट की किसी भी प्रतिस्पर्धी कंपनी जॉइन नहीं कर सकेंगे।
हालाँकि इस पूरे घटनाक्रम के संदर्भ में फ्लिपकार्ट के अधिकारी कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं।
इससे पहले सचिन बंसल फ्लिपकार्ट के सीईओ थे, लेकिन उनकी नीतियों के चलते फ्लिपकार्ट ने बाज़ार में अपनी काफी हिस्सेदारी को अमेज़न को गंवा दिया था, जिसके बाद बिन्नी बंसल को प्रमोट करके फ्लिपकार्ट का सीईओ बनाया गया था।
चूंकि ग्रुप सीईओ रहते हुए बिन्नी बंसल कंपनी के किसी कार्य में सक्रिय रूप से शामिल नहीं हैं, इसलिए भी ये माना जा सकता है कि अगला सीईओ फ्लिपकार्ट से ही नियुक्त किया जाएगा।