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    फ्लिपकार्ट के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति का बयान

    ई-कॉमर्स कम्पनी फ्लिपकार्ट समग्र बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए पारंपरिक ई-कॉमर्स पैरामीटरों से अलग हटकर टेक्नोलॉजी तथा रिटेल प्रोडक्ट्स में अपना ज्यादा पैसा निवेश करने की योजना बना रही है। दरअसल फ्लिपकार्ट का यह कदम प्रतिद्वंदी अमेजन इंडिया की तुलना में बाजार पर व्यापक हिस्सेदारी बढ़ाने को लेकर रणनीति का एक हिस्सा है।

    एक साक्षात्कार के दौरान फ्लिपकार्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कल्याण कृष्णमूर्ति ने दावा किया है कि फ्लिपकार्ट का ध्यान कस्टमर्स के ज्यादा से ज्यादा आॅनलाइन खरीददारी पर है। फ्लिपकार्ट पिछले साल से ही यह बार-बार दावा कर रहा है कि यह फर्म भारतीय ई-कामर्स के आधे से ज्यादा हिस्से को नियंत्रित करती है।

    विश्लेषकों का मानना है कि ऑनलाइन फैशन खुदरा विक्रेता मंत्रा, जबोंग और फोनपे के स्वामित्व वाली कंपनी फ्लिपकार्ट भारत के ई-कॉमर्स मार्केट पर लगभग 40-45% की हिस्सेदारी रखती है। फ्लिपकार्ट बतौर सीईओ एक साल का कार्यकाल पूरा करने वाले कृष्णामूर्ति का कहना है कि पिछले सालभर में कंपनी का मासिक ग्राहक आधार 75 से 80 फीसदी हो चुका है।

    हमें उम्मीद है कि अगले साल तक इसमें न्यूनतम 2.5 गुना तक इजाफा देखने को मिलेगा। मई 2016 में फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक और तत्कालीन सीईओ बिन्नी बंसल ने एक इंटरव्यू के दौरान यह संकेत दिया था कि नेट प्रमोटर स्कोर फर्म का सबसे महत्वपूर्ण मेट्रिक बन चुका था।

    अब कृष्णमूर्ति ने कहा है कि बाजार में ज्यादा हिस्सेदारी के कारण हम जीएमवी जैसे मेट्रिक से काफी दूर चले गए हैं। ऐसे में अब हमें ग्राहकों के आॅनलाइन ट्रांजेक्शन और उसकी पुनरावृत्ति पर ध्यान देना होगा। विश्लेषकों का अनुमान है कि फ्लिपकार्ट और अमेज़ॅन जैसे शीर्ष ऑनलाइन रिटेलर्स के पास लगभग 15-20 लाख सक्रिय मासिक ग्राहक हैं।

    कृष्णामूर्ति ने कहा कि फ्लिपकार्ट भारतीय ई-कॉमर्स में व्याप्त कई महत्वपूर्ण समस्याओं पर अपना ध्यान केंद्रित करते हुए अगले 5-10-20 सालों में बाजार विस्तारीकरण पर ध्यान दे रही है। रिटेल आॅनलाइन मार्केट पर अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए कंपनी फ्लिपकार्ट अपने कस्टमर्स के लिए प्रोडक्ट्स की डिलीवरी से लेकर आॅफर्स तक में कुछ नया करने पर विचार कर रही है।

    आपको बता दें कि सीईओ कृष्णामूर्ति की अगुवाई में फ्लिपकार्ट ने पिछले 18 महीनों में अभूतपूर्व प्रदर्शन किया है। कृष्णमूर्ति ने कहा कि फ्लिपकार्ट अपने प्रतिद्वंदी अमेजन इंडिया से आगे निकलने के लिए अगले साल तक कस्टमर्स और कैटगिरी पर विशेष ध्यान देगी।

    उन्होंने कहा कि साल 2016 में भारत के आॅनलाइन खुदरा बाजार में दिखी मंदी के बाद साल 2017 में थोड़ा सुधार देखने को मिला है, उम्मीद है साल 2018 में इस सेक्टर में काफी तेजी दिखेगी। कृष्णमूर्ति ने कहा कि अन्य वैश्विक ई-कॉमर्स कंपनियों की तुलना में फ्लिपकार्ट का काम सिर्फ पैसा कमाना नहीं है, बल्कि कपंनी का ध्यान अपने सक्रिय मासिक कस्टमर्स की संख्या दोगुना अथवा तिगुना करने पर है।

    लाइव मिंट ने दिसंबर में एक खबर प्रकाशित की थी, जिसके अनुसार फ्लिपकार्ट ने पैसा कमाने के बजाय बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने की अपनी रणनीति पर काफी काम किया है। गौरतलब है कि अगस्त महीने में फ्लिपकार्ट ने सॉफ्टबैंक के जरिए लगभग 1.4 अरब डॉलर निवेश करने में सफलता प्राप्त की।