फिलीपीन्स की राजधानी मनीला में आयोजित आसियान शिखर सम्मेलन का उद्घाटन रविवार को हो चुका है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान यहां पर है।
इस दौरान पीएम मोदी ने सोमवार को फिलीपीन्स के लोस बानोस में अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) का दौरा किया और राइस फील्ड लैब का उद्घाटन किया।
भारत के लिए गर्व की बात है कि इस राइस फील्ड लैब का नाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर रखा गया है। इस दौरान पीएम मोदी ने पट्टिका का अनावरण किया। साथ ही आईआरआरआई जीन बैंक में दो भारतीय चावल के बीज की किस्मों को भी प्रस्तुत किया।
चावल के बीज की बेहतर गुणवत्ता के विकास और भोजन की कमी के मुद्दे पर काम कर रहा है। आईआरआरआई चावल विज्ञान के माध्यम से गरीबी और भूख को कम करने के लिए समर्पित एक प्रमुख अनुसंधान संगठन है। जिसका मुख्य उद्देश्य किसानों और उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार करना है।
आईआरआरआई में भारतीय वैज्ञानिकों से की मुलाकात
लैब के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने ट्विटर पर आईआरआरआई के अनुभवों को बताया। मोदी ने कहा कि आईआरआरआई में मेरी यात्रा काफी सीखने वाली थी। आईआरआरआई गरीबों के लिए व चावल के विकास के लिए उल्लेखनीय काम कर रहा है।
भारत भी आईआरआरआई में सहयोग करता है। पीएम मोदी ने आईआरआरआई पर काम करने वाले कई भारतीय वैज्ञानिकों, छात्रों और शोधकर्ताओं से बातचीत की।
गौरतलब है कि भारतीय प्रधानमंत्री सहित विश्व के अन्य देशों के प्रमुखों का फिलीपन्स के राष्ट्रपति व उनकी पत्नी ने आसियान सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर जोरदार तरीके से स्वागत किया। पीएम मोदी आसियान में अपने संबोधन के दौरान आतंकवाद और व्यापार संबंधी मुद्दे पर जोर देंगे।