Mon. Dec 23rd, 2024
    अमेरिकी राष्ट्रपति फिलीपीन्स

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प एशियाई दौरे के दौरान वियतनाम पहुंच चुके है। इसके बाद वे अपने दौरे के आखिरी पड़ाव पर फिलीपीन्स जाएंगे। वियतनाम तक तो ट्रम्प को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। लेकिन ट्रम्प का फिलीपीन्स में जाना चुनौतीपूर्ण होगा।

    ट्रम्प को फिलीपीन्स में लोगों के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ सकता है। आज फिलीपीन्स में करीब 200 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी दूतावास के बाहर इकट्ठा होकर ट्रम्प की फिलीपीन्स मे होने वाली यात्रा का विरोध किया।

    ये प्रदर्शन स्थानीय वामपंथी समूहों की तरफ से किया गया। प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ नारेबाजी की और पोस्टरों पर ट्रम्प विरोधी वाक्य लिखे। एक बड़े बैनर पर लिखा हुआ था कि ट्रम्प पर प्रतिबंध लगाओ व ये लड़ाई साम्राज्यवादी युद्ध के खिलाफ है।

    मनीला मे बड़े स्तर पर विरोध का ऐलान

    शुक्रवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी अमेरिकी दूतावास के बाहर इकट्ठे हुए और ट्रम्प की आगामी फिलीपीन्स यात्रा का विरोध किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस अधिकारियों के बीच में मामूली झड़प भी हुई लेकिन किसी के चोटिल होने की खबर नहीं है।

    इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वो डोनाल्ड ट्रम्प का मनीला में बड़े स्तर पर विरोध करेंगे। इन्होंने कहा कि वे मिंडानाओ द्वीप में पीड़ित व संघर्ष से प्रभावित 500 से ज्यादा किसानों और मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर भाग ट्रम्प का विरोध करेंगे।

    जानकारी के अनुसार ट्रम्प के विरोध के मद्देनजर फिलीपीन्स ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। फिलीपींस के अधिकारियों ने करीब 60,000 पुलिस अधिकारियों को स्थिति संभालने के लिए तैनात किया है। फिलहाल तो ट्रम्प वियतनाम मे एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे है।

    इसके बाद वो आसियान सम्मेलन में भाग लेने फिलीपीन्स की राजधानी मनीला में जाएंगे। गौरतलब है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी 12 से 14 नवंबर के दौरान फिलीपीन्स की यात्रा पर जाएंगे। वे भी आसियान सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।