नये साल से सभी चौपहिया वाहनों पर फास्टैग अनिवार्य हो जायेगा। साथ ही बिना फास्टैग वाले वाहनों के पंजीकरण पर सरकार द्वारा आज से रोक लगा दी गयी है। जिन वाहनों में फास्टैग नहीं होगा, उनको इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। हाइवे के टोल प्लाजा पर फास्टैग लगे वाहनों को छूट मिलेगी वहीं बिना फास्टैग वाले वाहनों को इस छूट का लाभ नहीं मिल पायेगा।
फास्टैग होने पर सीधे पचास प्रतिशत की छूट वाहन चालक को टोल टैक्स पर मिल सकती है। इस सिस्टम के पीछे कैशलेस टोल वसूली की प्रणाली लागू करने का एजेंडा भी हो सकता है। नेशनल हाइवे पर यात्रा करने वालों के लिये फास्टैग प्रणाली काफी सहायक हो सकती है। यदि किसी वाहन पर एक जनवरी के बाद फास्टैग नहीं होगा तो उसे दुगना टोल टैक्स देना पड़ सकता है।
फास्टैग लगी गाडियों को टोल पर रुकने की जरुरत भी नहीं होगी। फास्टैग के द्वारा खुद ही टोल की वसूली हो जायेगी। वहीं बिना फास्टैग की गाड़ियों को टोल पर रुकना होगा। साथ ही कैश के लिये हाइवे पर एक ही काउंटर होगा। ऐसे में चालक को जाम व यात्रा में ज्यादा देर होने जैसी परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है। इसलिए जल्दी ही अपने चौपहिया वाहन पर फास्टैग लगवाना अनिवार्य है।
फास्टैग खरीदने के लिये आप पेटिएम, अमेजॉन , पैट्रोल पम्प, टोल प्लाजा आदि की सहायता ले सकते हैं। इसके अलावा NHAI की वेबसाइट से भी फास्टैग प्राप्त किया जा सकता है। इसको खरीदने के लिये गाड़ी का रेजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट व केवाइसी की आवश्यकता है। इसके बाद 200 रुपये कार्ड शुल्क व फिर नियमित रूप से रिचार्ज करवाना जरूरी होगा। ये रीचार्ज ऑनलाइन किया जा सकता है। यह एक तरह से मैट्रो कार्ड की तरह काम करेगा। इससे यात्रा काफी सुगम होगी। कभी किसी तकनीकी खराबी की वजह से परेशानी आ सकती है।