फरीदाबाद, 1 जून (आईएएनएस)| फरीदाबाद के सेक्टर-16 स्थित फरीदाबाद राजकीय कॉलेज में छात्राओं का यौन शोषण करने के आरोपी सहायक प्रोफेसर ने शुक्रवार रात आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस को उसकी पूछताछ के बाद और परतें खुलने की उम्मीद है।
मामले का सबसे पहले खुलासा कॉलेज की एक छात्रा ने 16 मई को किया। इसके बाद तीन और छात्राओं द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर द्वारा यौन उत्पीड़न का शिकार होने का दावा किए जाने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ा। पुलिस जांच में यह संख्या और बढ़ सकती है।
फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) सूबे सिंह ने कहा, “आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर चंद्र शेखर ने कल (शुक्रवार) रात आत्मसमर्पण कर दिया और उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। चूंकि हम फिलहाल मामले की जानकारी नहीं दे सकते। मामले के संबंध में पहले गिरफ्तार किए जा चुके एक चपरासी और एक लैब असिस्टेंट ने यह खुलासा किया था कि यह अपराध यहां पिछले लगभग चार साल से चल रहा था तो पीड़ितों की संख्या और बढ़ सकती है।”
मामले में दो अन्य आरोपी- चपरासी विक्रम और लैब असिस्टेंट जगदेव सिंह को 16 मई को गिरफ्तार किया गया था और पुलिस के हवाले कर दिया गया था। पूछताछ में उन्होंने खुलासा किया कि कॉलेज में अकाउंट्स का विषय पढ़ाने वाला चंद्रशेखर अपने अपराध में उन्हें साझेदार बनाता था। इन दोनों का काम प्रयोगात्मक परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने से डरने वाली छात्राओं की पहचान करना और उन्हें उत्तीर्ण होने के बदले चंद्रशेखर से सेक्स करने का प्रस्ताव देना था।
पुलिस जांच कर रही है कि कहीं चपरासी और लैब अटेंडेंट ने भी तो पीड़िताओं का यौन उत्पीड़न नहीं किया!
सिंह ने कहा, “जहां दोनों आरोपी पीड़िताओं का यौन उत्पीड़न करने के आरोप को नकार रहे हैं, वहीं उन्होंने लड़कियों को जाल में फंसाने का आरोप कबूल कर लिया है। हम जांच कर रहे हैं कि क्या इन दोनों ने भी पीड़िताओं का यौन शोषण किया है।”
पुलिस को जांच के दौरान और पीड़िताओं के खुलकर बाहर आने और शिकायत दर्ज कराने की उम्मीद है।
सिंह ने कहा, “कई लड़कियां साथियों के दवाब और शर्म के चलते खुलकर सामने नहीं आतीं।”