नजर स्थापित स्टार खिलाड़ियो पर थी, लेकिन संदीप तोमर ने डू-एंड-डाई बाउट में अच्छे प्रदर्शन दिखाया क्योंकि गुरुवार को एमपी योद्धा ने मुंबई महारथी को 4-3 से मात दी। प्रो रेसलिंग लीग का यह मुकाबला गुरूवार को पंचकुला में खेला गया था।
मुंबई महारथी की विनेश फोगाट ने रितु फोगाट को कुश्ती में एक सबक दिया, जिसमे उन्होने कोई दया नही दिखाई क्योंकि उसने अपनी चचेरी बहन को 53 किग्रा वर्ग में 15-0 से हराया।
विश्व चैंपियनशिप कांस्य और 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता पूजा ढांडा का प्रदर्शन योद्धा के भाग्य पर बहुत निर्भर करता है।
57 किलोग्राम वर्ग में पैन अमेरिकन चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता बेटज़बेथ के खिलाफ, पूजा ब्रेक पर 1-2 से पीछे थी। लेकिन पिन फॉल क्वीन ’, जिन्होंने पिछले साल अपने अधिकांश मुकाबलों में उस तकनीक को लागू करके जीत हासिल की, उसने फिर से 7-4 से बाउट जीत ली और योद्धा की टीम मुकाबले में वापस आ गई।
2018 के नेशनल चैंपियशिप कांस्य पदक विजेता दीपक पुनिया ने अगले मैच में योद्धा के दीपक को 86 किग्रा वर्ग में मात दी। और मुकाबले अपने नाम कर 3-2 की बढ़त बनायी। उसके बाद योद्धा की मोनोलोवा ने 62 किग्रा वर्ग में शिल्पी यादव को 4-0 से मात दी। जिसके बाद एमपी योद्धा और मुंबई महारथी की टीम 3-3 की बराबरी पर आ गई थी। जिसके बाद दोनो टीम को निर्णायक मुकाबला खेलना था।
निर्णायक 57 किलो वर्ग में, इब्रगिम इलियासोव ने मुंबई को 4-0 से बढ़त दिलाई, लेकिन तोमर को चार अंक हासिल करने औऱ ब्रेक में 4-4 से सही करने के लिए पिन फॉल मिला। उसके बाद तोमर को एक और पिन फॉल मिला जिसके बाद उन्होने मुकाबले में 8-4 से बढ़त बना ली थी। उसके बाद तोमर ने काउंटर-अटैक लगाते हुए दो और अंक हासिल किए और निर्णायक मुकाबले में 10-7 से जीत हासिल की।
नेशनल चैंपियन खिलाड़ी महारथी के हारफूल ने यूरोपियन चैंपियनशिप के गोल्ड मेडलिस्ट हाजी अलियेव के साथ 65 किग्रा से दिन के खेल की शुरूआत की थी।
हरफूल, जो एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता थे उन्होने बजरंग पुनिया को पिछले दौर में कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन यूरोपीय चैंपियन के खिलाफ अपने कार्य को नहीं कर पाए और अजरबैजान के पहलवान ने अंत में 7-0 से बाउट जीतकर एमपी योद्धा को बढ़त दिला दी।