कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राष्ट्रवाद के मुद्दें पर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, असल में राष्ट्रवाद देश और लोगों से प्रेम करना हैं जिसका अर्थ हैं उनका सम्मान किया जाए और भाजपा के काम ऐसा कुछ नही दिखता हैं।
प्रियंका गांधी यह भी कहा, “लोगों का दर्द और गुस्सा बढ़ रहा हैं इसके लिए भारत के लोगों 23 मई को लोकसभा चुनाव की गिनती के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संदेश देंगे।
उन्होंने कहा यदि एक नेता लोगों की आवाज दबा देता हैं तो इसके परिणाम भुगतने होंगे।” राष्ट्रवाद का अर्थ देश के लोगों की समस्याओं का हल निकालना हैं। किसी भी राजनेता, किसी भी सरकार के लिए सबसे बड़ी देशभक्ति तब होगी जब वह लोगों की सुन सक, वह लोकतंत्र हो, लोगों की आवाज को मजबूत बनाने वाली संस्थाओं को कमजोर नही, बल्कि मजबूत बनाए।
पियंका ने कहा,” मेरा मानना हैं कि सच्चा राष्ट्रवाद देश और वहां के लोगों से प्रेम करना हैं, जिसका अर्थ उनका सम्मान करना हैं और वे जो भी करते हैं मुझे उसमें सम्मान नही दिखता।”
प्रियंका गांधी जो राय बरेली और अमेठी में अपनी माँ सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी के लिए प्रचार कर रही थी, ने कहा पीएम मोदी की सरकार की नीतियों के कारण लोगों में काफी गुस्सा और दर्द हैं।
पूर्वी उत्तर प्रदेश की महासचिव ने कहा,”मेरे विचार से लोग उनकों संदेश देंगे क्योंकि जहां भी मैं गई हूं, मैंने बहुत से लोगों को गुस्से, दर्द में देखा हैं जो संबोधित नही करता।
उन्होंने कहा,” कोई भी नेता चाहे वह(मोदी) हो या अन्य कोई, अगर लोगों के दर्द को संबोधित नही किया जाता हैं, अगर नेताओं द्वारा लोगों की आवाज को दबायां जाता हैं, तो वह इसके परिणाम भुगतेंगे। इसलिए मुझे लगता हैं लोग बहुत चतुर हैं।”
उन्होंने कहा वर्तमान लोकसभा चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण हैं जैसा की कांग्रेस भारत के विचार और विचारधारा को बचाने की लड़ाई लड़ रही हैं।
प्रियंका ने कहा,”यह चुनाव जिसमें हम भारत के लिए जिसे हम सभी प्रेम करते हैं, लोकतंत्र के लिए और उन सभी मूलों के लिए जो हमारे लिए खास हैं क्योंकि इस सरकार द्वारा संस्थाओं को नष्ट कर दिया गया हैं।”
यह पुछे जाने पर कि वह वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव न लड़ने पर नखुश हैं, प्रियंका गांधी ने कहा,” कोई डर वाली बात नही हैं और यह पार्टी के आदेश के अनुसार किया गया हैं।
उन्होंने कहा, उनके लिए यह जरूरी हैं कि उत्तर प्रदेश में पार्टी को मजबूती देने के लिए वह खुद के लिए नही बल्कि कांग्रेस के नेताओं के लिए प्रचार करे।
प्रियंका ने आरोप लगाते हुए कहा,” वे हर व्यक्ति को निशाना बनाते हैं जो उनके खिलाफ बोलता हैं चाहे वह उत्तर प्रदेश में स्कूल शिक्षक हो या दिल्ली में विपक्ष का नेता हों। यह उनकी राजनीतिक प्रद्धति हैं और यह एक अलोकतांत्रिक मानसिकता की कार्यप्रणाली हैं।”
प्रियंका को एआइसीसी का महासचिव जनवरी में बनाया गया था।
उन्होंने कहा, किसान सम्मान योजना अपमानजनक हैं क्योंकि पिछले पांच सालों में आपने किसानों के लिए कुछ नही किया। आपने केवल उनके लिए के लिए कुछ किया नही बल्कि आपने उनको कर्ज में धकेल दिया।”
जब आप बड़े व्यापारियों की मदद कर रहे थे और उनके कर्ज पर छूट दे रहे थे, आप किसानों को कर्ज में धकेल रहे थे। आपने किसानों को उस स्थिति में धकेला जहां 12000 लोगों ने केवल र1000 या र2000 के लिए आत्महत्या की और आपने उनकी मदद के लिए कुछ नही किया। और जब चुनाव हैं तो आप उनके बैंक खातों में र2000 डाल कर मुर्ख बना रहे हैं।