कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वार्डा ने कहा कि उनकी तुलना उनकी दिवंगत दादी, स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से नही की जा सकती, लेकिन वह राष्ट्र की सेवा करके उनके पदचिन्हों पर चलने में कोई कसर नही छोड़ेंगी।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पार्टी के उम्मीदवार श्रीप्रकाश जयसवाल को समर्थन देने के लिए आयोजित एक बैठक में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनकी और इंदिरा गांधी की तुलना की थी। तब उन्होंने कहा, मैं इंदिरा जी के सामने कुछ भी नही हूं लेकिन उनके दिल में रहने वाली सेवा की इच्छा मेरे और मेरे भाई के दिलों में भी रहती हैं। कोई भी इसे हमारे दिल से नही निकाल सकता। हम आपकी सेवा करना जारी रखेंगे, चाहे आप हमे करने दें या नही करने दें।
प्रियंका गांधी ने आयोजन में भाजपा पर हमला करते हुए कहा, कि वह देश के बजाय अपनी प्रगति बारे में चिंतित थे। उन्होंने कहा सरकारे दो प्रकार की होती हैं… एक जो लोगों के लिए काम करती हैं और दूसरी जो केवल अपनी प्रगति के बारे में देखभाल करती हैं। भाजपा सरकार सिर्फ प्रचार और दिखावा करने वाली हैं।
एक मामले में उन्होंने कहा सशस्त्र सन्यकर्मियों को वन-रेंक-वन-पेंशन लाभ देने का केंद्र का निर्णय था। क्या वन-रेंक-वन-पेंशन वास्तव में सशस्त्र बल के लिए एक उपहार या अनुग्रह या उनका अधिकार था? सशस्त्र बल का अधिकार सरकार द्वारा एक एहसान के रूप में प्रचारित किया जा रहा हैं। उन्होंने भीड़ से पूछा, यह क्या मानसिकता हैं और इसे कौन बदलेगा?
कांग्रेस की नेता, जिन्होंने एक विशाल रोड़ शो भी किया, ने दावा किया कि कानपुर ने सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा किए गए सभी वादों के बावजूद कोई विकास नही देखा। भाजपा ने कहा था कि वह कानपुर को स्मार्ट सिटी में बदलना चाहते थे, लेकिन अभी तक कुछ नही हुआ हैं। युवा बेरोजगार हैं और किसान बढ़ते कर्ज के कारण आत्महत्या कर रहा हैं।
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस लोगों के लिए काम करने में प्रतिबद्ध थी,बजाय इसके की वह जेबें भरे। हमने गरीबों के लिए 72000 रुपये प्रति वर्ष देने का वादा किया हैं लेकिन भाजपा कह रही हैं कि उनके पास प्रर्याप्त पैसे नही हैं। और फिर भी, उनके पास उद्योगपतियों के लिए प्रर्याप्त पैसा हैं।
समाचार एजेंसी के अनुसार प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री को एक कमजोर नेता के रूप में वर्णित किया, जिन्होंंने असंतोष की आवाज़ों को सहन करना मुश्किल पाया। उनके और राहुल गांधी के बीच तुलना करते हुए उन्होंने कहा, इन दोनों लोगों को देखों, एक को बर्दाशत करने की क्षमता नही हैं और दूसरे को रोजाना गाली दी जाती हैं। यह लोग(भाजपा) हर दिन उसे(राहुल गांधी) गाली देते हैं। उनकी माता, पिता और दादी के बारे में लेकिन वह उन्हें एक मुस्कान के साथ सुनता हैं। वह खुद को बेहतर बनाने के बारे में सुचता हैं और आलोचना करने वालों को बंद नही करता। इसे राजनीतिक इच्छाशक्ति कहा जाता हैं।
47 वर्षीय कांग्रेस नेता ने जनवरी में पूर्वी उत्तर प्रदेश के पार्टी प्रभारी के रूप में सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया था। उनका अधिकार क्षेत्र वाराणसी के निर्वाचन क्षेत्रों में हैं, जिसका प्रतिनिधित्व प्रधानमंत्री मोदी और गोरखपुर का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अंतर्गत आता हैं।