नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के भ्रष्टाचार आरोप पर पलटवार करते हुए खुद को भ्रष्टाचार विरोधी साबित किया है। नरेंद्र मोदी मंगलवार को 15 वें प्रवासी भारतीय दिवस में शरीक हुए थे। इस समारोह का उद्धघाटन करते हुए पीएम मोदी ने विदेशों में रहने वाले भारतीयों से कहा कि एनडीए सरकार ने पीछे साढ़े चार सालों में देश मे आर्कार चलाने के तरीके को बदल दिया है।
पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने कहा था कि गांवों में सरकार द्वारा भेजे गए पैसे में से सिर्फ 15 फ़ीसदी ही पंहुचता है, बाकी 85 फीसदी गायब कर दिया जाता है। उस सरकार ने लचर शासन व्यवस्था को तो स्वीकार किया लेकिन इसका कोई समाधान नही किया था। हमारी सरकार ने अब इस लूट को पूरी तरह खत्म कर दिया है।
उन्होंने कहा कि गत चार सालों में पांच लाख 80 हज़ार लोगों के बैंक खातों में सीधा पैसा भेज गया है। उन्होंने कहा कि यह सुधार पूर्व में भी मुमकिन था लेकिन टैब न मंशा थी और न ही इसे करने की इच्छाशक्ति थी। लेकिन अब हमारी सरकार के समक्ष इसे रोकने की ताकत है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने 7 करोड़ लोगों की पहचान की है जो भारत मे न जन्मे होने के बावजूद सरकारी लाभ उठा रहे थे। वे सब दस्तावेजो पर जी रहे थे। यह बदलाव की झलकियां है जो हमने पिछले साढ़े चार सालों में किया है।
इससे पूर्व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस सम्मेलन की शुरुआत की थी। यह कार्यक्रम 21 से 23 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा। इस बार कुंभ मेले के कारण प्रवासी भारतीय दिवस के समारोह में बदलाव किए गए थे।
प्रवासी भारतीय सम्मेलन की शुरुआत साल 2009 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी। यह समारोह प्रत्येक दो वर्ष में आयोजित होता है। साल 1915 में महात्मा गांधी इसी तारीख को दख्शीन अफ्रीका से भारत वापस लौटे थे। इसी कारण सरकार ने इसे प्रवासी दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया था।