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    लीबिया हवाई हमला

    संयुक्त राष्ट्र समर्थित गवर्मेंट ऑफ़ नेशनल एकॉर्ड ने दावा किया कि लीबिया में हाल ही में प्रवासी बंदीगृह में किये हवाई हमले में यूएई ने एफ-16 लडाकू विमान का इस्तेमाल किया है। इस हवाई हमले में 53 प्रवासियों की मौत हो गयी थी। उन्होंने कहा कि “हम प्रवासी केंद्र में हवाई हमले के लिए एफ-16 लडाकू विमान के इस्तेमाल की आलोचना की थी।

    बशागा ने कहा कि मंत्रालय इस मामले में तफ्तीश कर रहा है। इस मामले पर सरकार के समक्ष सबूत के बाबत उन्होंने बताया कि विमानों की आवाज को तकनीको और पायलटो ने पहचान की है और इसे सुना है। बम की विध्वंशक क्षमता काफी अधिक थी। वह साल 2014 में दागे गए विध्वंशक ताकत से काफी ज्यादा है।

    लीबिया अभी राजनीतिक और आर्थिक संकट से गुजर रहा है। तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी की हत्या के बाद देश दो भागो में बंट गया था। अप्रैल में हफ्तार की सेना ने राजधानी त्रिपोली में हमला कर दिया था और इसके बाद देश के हालात काफी बिगड़ गए थे।

    लीबिया में संघर्ष की शुरुआत से 1000 से अधिक लोगो की मौत हो चुकी है और 5000 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं।संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने बुधवार को लीबिया की राजधानी त्रिपोली के तजौरा में घातक हवाई हमले पर चिंता व्यक्त की है। इस हवाई हमले में करीब 40 लोगो की मौत हो गयी थी और 80 लोग जख्मी हुए थे।

    इस संघर्ष में 90000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं और 650 लोगो ने अपनी जान गंवाई है। इस तीव्र संघर्ष के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने शांतिपूर्ण समाधान की मांग की है। अफ्रीकी राष्ट्रों ने भी दोनों पक्षों से संयमता बरतने की मांग की थी।

    इस संघर्ष ने 75000 लोगो को पाने घर को छोड़ने के लिए मज़बूर कर दिया था और हज़ारो प्रवासी बंदी शिविरों में फंसे हुए हैं। इसके कारण स्कूल बंद हो गए हैं, परिवार बिछड़ गए हैं और बिजली काट दी गयी है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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