साल 2014 लोक सभा चुनावों कीं तरह इस बार भी भारतीय जनता पार्टी नरेंद्र मोदी ने नेतृत्त्व में आगामी लोक सभा चुनाव लड़ेगी।
फर्क इतना है पहले जहाँ मोदी मुख्यमंत्री थे परन्तु अब वह देश के प्रधान मंत्री बन चुके है। एक तरह से आने वाला चुनाव मोदी के लिए एक इम्तिहान की तरह आएगा।
आगामी चुनावो को लेकर प्रधान मंत्री मोदी ने पहले की ही तरह इस बार भी बम्पर रैलियां एवं जन सम्मेलनों को सम्बोधित करना शुरू कर दिया है।
हाल ही में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुए 81 निवेश परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह (ग्राउंड ब्रेकिंग सेरमनी) को सम्बोधित करते हुए कई बड़ी बाते करी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के लिए 60 हजार करोड़ की विकास व निवेश परियोजनाओं की नींव रखते हुए कहा कि, “नीयत साफ हो तो बड़े से बड़ा विकास हो सकता है। देश की तरक्की में उद्योगपतियों के योगदान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उनको चोर-लुटेरा कहना या अपमानित करना पूरी तरह गलत है। अगर इरादे नेक और ईमानदार हों तो किसी के साथ खड़े होने से कोई दाग नहीं लगता।”
इसी के साथ उन्होंने कांग्रेस पर भी तंज़ कसाl कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि, “उद्योगपतियों के साथ का विरोध करने वाले पर्दे के पीछे तो उनसे खूब मुलाकात करते हैं और सामने आकर उनका ही विरोध करते हैं।
उद्योगपतियों का साथ जरूरी है लेकिन जो गलत करेगा उसे या तो देश से भागना पड़ेगा या फिर जेल में जीवन बिताना पड़ेगा। यह सबको मालूम है कौन लोग किसके हवाई जहाज से घूमते रहे। यही इन्हीं उद्योगपतियों को चोर कहते हैं।”
इसके बाद नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की जनता को सम्बोधित करते हुए कि यह उनका एक महीने में छठा दौरा था परन्तु उत्तर प्रदेश से उनका भावनात्मक रिश्ता जुड़ा है।
अपने ब्यान में उन्होंने कहा कि, “मैं यहां से सांसद और यूपी का ही हूं, इसलिए एक बार आऊं, दो बार या पांच बार फर्क नहीं पड़ता। मैं यहां आता नहीं हूं, मैं यहीं का हूं। मैं ने यूपी की 22 करोड़ जनता को वचन दिया था कि उनके प्यार को ब्याज़ समेत लौटाऊंगा। यहां जो परियोजनाएं शुरु हो रही हैं वो उसी वचनबद्धता का हिस्सा हैं।”