प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंदौर के मस्जिद में मुहर्रम के मजलिस के दौरान नंगे पैर प्रवेश किया। प्रधानमंत्री ने दाउदी बोहरा समुदाय के 53 वें धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन के साथ समारोह में सम्मिलित हुए। उनके साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी समारोह में शिरकत की।
यह आयोजन हजरत इमाम हुसैन की शाहदत को याद करते हुए आयोजित किया गया है। प्रधानमंत्री ने बोहरा समुदाय की तारीफों के पुल बांधे और उन्हें सच्चा देशभक्त कहकर संबोधित किया।
चुनाव की नजदीकी को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन को राजकीय अतिथि बनाया है। कट्टरपंथी से कोसों दूर बोहरा समुदाय के अधिकतर लोग कारोबारी हैं। इस समुदाय के लोग मुस्लिमों में सबसे अधिक संपन्न माने जाते हैं।
पीएम मोदी ने बोहरा समुदाय की शान्ति के प्रचार करने की सराहना की और हजरत इमाम हुसैन का स्मरण किया। उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री होने के दौरान धर्मगुरु से जुड़े कई किस्से सुनाये। उन्होंने कहा उनका और बोहरा समुदाय के पुराने सम्बन्ध है और उनके दिल के द्वार सदैव इनके लिए खुले हैं।
दूसरी दफा गये पीएम मोदी देश में मस्जिद
इंदौर मस्जिद से पहले पीएम मोदी वर्ष 2017 में अहमदाबाद स्थित सिद्दी सैयद मस्जिद में जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ पहुंचे थे।
विदेशों में खूब किये हैं मंदिर मस्जिद के दर्शन
प्रधानमंत्री मोदी ने विदेशी सरजमीं पर मंदिर और मस्जिद का दौरा किया है। साल 2015 में वह युएई की तीसरी सबसे बड़ी मस्जिद शेख जायदे गये थे।
साल 2018 में ओमान की यात्रा के दौरान वहां की सबसे बड़ी मस्जिद कबूस ग्रैंड और शिव मंदिर का दौरा किया था। इंडोनेशिया और सिंगापुर की यात्रा के दौरान भी वह मस्जिद की यात्रा करना नही भूले।