कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने बुधवार को दावा किया कि नोटबंदी ने किसानो की ज़िन्दगियों को बर्बाद कर दिया और नोटबंदी के जिम्मेदार प्रधानमंत्री मोदी ने किसानो की तकलीफ का मज़ाक उड़ाया।
राहुल गाँधी ने ट्विटर पर एक मीडिया रिपोर्ट को शेयर किया जिसमे लिखा था कि कृषि मंत्रालय ने खुद माना है कि नोटबंदी से किसानो की कमर टूट गई।
नोटबंदी ने करोड़ों किसानों का जीवन नष्ट कर दिया हैं।
अब उनके पास बीज-खाद खरीदने के लिए पर्याप्त पैसा भी नहीं है।
लेकिन आज भी मोदी जी हमारे किसानों की दुर्भाग्य का मज़ाक़ उड़ाते हैं।
अब उनका कृषि मंत्रालय भी कहता है, नोटबंदी से टूटी किसानों की कमर! https://t.co/eOp0c3LyEg
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 21, 2018
उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि नोटबंदी ने किसानो के जीवन को बर्बाद कर दिया। अब उनके पास इतने पैसे भी नहीं है कि वो बीज और खाद खरीद सके।
प्रधानमंत्री के छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि ‘मोदी जी ने किसानो की तकलीफों का मज़ाक उड़ाया। और अब खुद उनका कृषि मंत्रालय ये स्वीकार कर रहा है कि नोटबंदी से किसानो को नुक्सान हुआ।’
राहुल के ट्वीट के थोड़ी ही देर बाद कृषि मंत्रालय ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया।
छत्तीसगढ़ में मतदान 12 और 20 नवंबर को दो चरणों में पूरा हो चुका है जबकि मध्य प्रदेश में चुनाव 28 नवंबर को होंगे।
शनिवार को राहुल गाँधी ने छतीस में प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए एक भाषण के वीडियो को ट्वीट किया जिसमे उन्होंनेकहा था कि लोग नोट को अपने बिछावन के नीचे और गेहूं के बोरोन में छुपा रखा था। इस पर राहुल ने पूछा था कि विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी जैसे फरारों ने कथित तौर पर बैंक धोखाधड़ी की है, उन्होंने कभी गेहूं बोए हैं।
क्या आपने माल्या, ‘मेहुल भाई’, नीरव मोदी को गेहूँ उगाते देखा है?
मोदीजी किसान का अपमान मत करो।
पहले आपने नोटबंदी करके किसान का पैसा बटोरकर सूट-बूट वाले मित्रों को देने का घोटाला किया।
अब कह रहे हो कि किसान का वो पैसा काला धन था।
किसान का ये अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान। pic.twitter.com/2rKyyaAl4T
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 17, 2018
राहुल ने ट्वीट किया ‘क्या आपने माल्या, मेहुल भाई और नीरव मोदी को गेहूं बोते हुए देखा है? मोदीजी, किसानों का अपमान मत कीजिये। आप पहली बार नोटबान द्वारा किसानों के पैसे इकट्ठा करके घोटाले में शामिल हुए और इसे अपने सूट-बूट दोस्तों को सौंप दिया।’
गौरतलब है कि 8 नवम्बर 2016 को मोदी जी ने 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को रद्द कर और उसकी जगह पर नए 500-2000 रुपये के नोट जारी किये थे।