नई दिल्ली, 23 मई (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव में मिली जबरदस्त जीत को विनम्रता से स्वीकार करते हुए गुरुवार को कहा कि वह बुरे इरादे से कोई काम नहीं करेंगे और लोकसभा चुनाव अभियान के दौरान बढ़ी कटुता को पीछे छोड़कर सबको साथ लेकर चलेंगे।
भाजपा मुख्यालय में जीत का जश्न मनाने के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई में गठबंधन को मिला जनादेश दुनिया के लोकतंत्र का सबसे बड़ा घटनाक्रम है और यह लोकतंत्र की ताकत का प्रतिबिंब है।
उन्होंने कहा, “बड़ा जनादेश मिलने से जिम्मेदारी भी बड़ी बन जाती है। मैं कुछ भी बुरे इरादे से नहीं करूंगा और खुद के लिए कुछ नहीं करूंगा।”
मोदी ने कहा, “चुनाव अभियान के दौरान मेरे लिए किसने क्या कहा, वह बीती बात हो गई। हमें भविष्य को देखना है। हमें राष्ट्रहित में सबको साथ लेकर चलना है। इस प्रकार के बहुमत के बावजूद हम विनम्रता के साथ आगे बढ़ेंगे।”
उन्होंने कहा, “2014 में बहुत लोग मुझे नहीं जानते थे। लेकिन, आपने मुझे जनादेश दिया। लेकिन, अब 2019 में आपने मुझे जानने के बाद और ज्यादा शक्ति प्रदान की। मैं इसके पीछे की मनोभावना को समझ सकता हूं। भरोसा बढ़ने से जिम्मेदारी बढ़ जाती है।”
एक तरह से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने वादा किया कि आने वाले दिनों में वह कुछ भी बुरे इरादे से नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा, “काम करते समय गलतियां हो सकती हैं लेकिन मैं कुछ भी बुरे इरादे से नहीं करूंगा। मैं खुद के लिए कुछ नहीं करूंगा। तीसरी बात यह कि मेरे जीवन का एक-एक क्षण, मेरे शरीर का हरेक अंग सिर्फ राष्ट्र के लिए है। आप इन तीनों मानकों मेरे बारे में आकलन कीजिए और अगर मैं सही नहीं हूं तो मेरी आलोचना कीजिए। लेकिन, मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि मैं सार्वजनिक रूप से जो कहूंगा, उसको अमल में लाने के लिए काम करूंगा।”
मोदी ने कहा कि सरकार बहुमत से बनती है जो मिल गया है, लेकिन राष्ट्र सामंजस्य और लोकतांत्रिक भावना से चलता है।
उन्होंने कहा कि वह अपने आलोचकों के साथ विनम्रता के साथ व्यवहार करेंगे।
मोदी ने कहा, “जनता ने इस फकीर की झोली भर दी है। मैं देश की 130 करोड़ जनता के सामने नतमस्तक हूं।”