देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 40 लाख से भी अधिक आईटी पेशेवरों से राष्ट्र निर्माण के कार्य में सहयोग देने की अपील की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आईटी पेशेवरों से यह बात कल बुधवार को कही है। मोदी कल एक कार्यक्रम के दौरान आईटी क्षेत्र के बड़े दिग्गज़ व कर्मचारियों से रूबरू हो रहे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने ‘सेल्फ फॉर सोसाइटी’ नाम की एक एप और एक पोर्टल भी लॉंच किया है।
इसका उद्देश्य कॉर्पोरेट जगत से साधनों का इंतजाम करना है। इसके तहत कॉर्पोरेट सेक्टर सामाजिक क्षेत्र में अपनी सेवाएँ मुफ्त में देंगे। इसी के साथ सरकार का उद्देश्य इसकी मदद से स्वच्छ भारत और स्किल इंडिया जैसे उपक्रमों को तेज़ी के साथ आगे बढ़ाना है।
इस पोर्टल के तहत निजी क्षेत्र के कर्मचारी अपनी सुविधाओं को वांछित सेवा के लिए मुफ्त में उपलब्ध करा सकेंगे।
इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि देश में सामाजिक कार्यों के चलते मेहनत व धन दोनों की ही बराबर खपत होती है, लेकिन हमें वांछित परिणाम हासिल नहीं हो पाता है। ऐसे में यदि देश के 125 करोड़ लोग इन सामाजिक कार्यों में थोड़ा सा भी सहयोग दे देंगे, तब इन कार्यो में एक अलग ही प्रगति देखने को मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा है कि देश स्टार्ट अप के मामले में पहले ही तीसरे नंबर पर है। इस दौरान मोदी ने बताया है कि आम व्यवसाय और सामाजिक स्टार्टअप के बीच बेहद पतली रेखा है। ऐसे में इलैक्ट्रिक कार निर्माण जैसे कार्य दोनों ही तरह के उपक्रमों को बढ़ावा देते हैं।
वहीं इसकार्यक्रम में शामिल आईटी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आईटी पेशेवरों से कहा है कि “वे देश के घरेलू सामाजिक क्षेत्र के उत्थान में भी उस स्तर की ही तकनीक का इस्तेमाल करें, जिसे आईटी पेशेवर वैश्विक बाज़ार में इस्तेमाल करते हैं।”