Mon. Nov 18th, 2024
    राहुल द्रविड़

    शनिवार को जब भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के विश्वकप जीतने की खबर जारी हुई तो सारे खेल जगत में खुशियों की लहर सी आ गई। कईं बड़े और दिग्गज खिलाड़ियों, फ़िल्म जगत के लोगों और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने युवा खिलाड़ियों की भूरि-भूरि प्रशंसा की, और सोशल मीडिया पर बधाई संदेशों का तांता लग गया। भारतीय अंडर-19 टीम के कोच राहुल द्रविड़ को भी अपने हिस्से का श्रेय मिला, मग़र मिस्टर भरोसेमंद के ताजे बयान के अनुसार उन्हें लगता है कि जीत का श्रेय सिर्फ उन्हें देना गलत होगा, उन के मुताबिक कार्यविधि और प्रणाली कोच से ज़्यादा ज़रूरी होती है।

    भूतपूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ इस से पहले भी भारतीय अंडर-19 टीम को 2016 में विश्वकप के फाइनल तक ले जा चुके हैं, और उनका टीम के साथ समीकरण अब तक बहुत अच्छा रहा है। बोर्ड या खिलाड़ियों को उनसे बतौर कोच कोई शिकायत कभी नहीं हुई। दीवार के नाम से प्रसिद्ध राहुल द्रविड़ बड़ी विनम्रता से कहते हैं, “लड़कों को उनकी मेहनत का क्रेडिट देना चाहिए, उन्होंने काफी अभ्यास किया है। चयन समिति और सपोर्टिंग स्टाफ का भी काफी सहयोग रहा है। यह जीत इन युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगी!”

    द्रविड़ आगे की योजनाओं की हल्की सी झलक देते हुए बताते हैं कि, “मैं नहीं चाहता कि लड़कों को सिर्फ इस इकलौती जीत के लिए याद रखा जाए, अब उनको और मांझने की ज़रूरत है, जिसके लिए बोर्ड और मैं सदैव तत्पर हैं!” ट्विटर पर कईं लोगों ने राहुल द्रविड़ के सर इस जीत का सेहरा बांधते हुए उन्हें उन के पहले विश्वकप जीतने पर खूब बधाइयां दी हैं। द्रविड़, हालांकि, अब आगे की योजनाओं को लेकर सक्रिय हो गए हैं, मगर जीत का जश्न जारी है।