केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को आश्वासन दिया कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को सुचारु रूप से लागू किया जाएगा और इस प्रक्रिया में किसी भी भारतीय को उसके नागरिक अधिकारों से वंचित नहीं किया जाएगा। जावड़ेकर ने मीडिया से बातचीत में यह भी कहा कि भारत आने वाले लोग बांग्लादेश और पाकिस्तान के अलग होने से पहले इसका हिस्सा थे।
उन्होंने कहा, “लोगों को अपना आधार बहुत आसानी से मिल गया। मैं आश्वासन दे सकता हूं कि जब भी एनआरसी होगा, यह इतना सुचारु होगा कि एक भी भारतीय नागरिक अपनी नागरिकता से वंचित नहीं होगा।”
मुसलमानों को सीएए से बाहर करने पर उन्होंने समझाया कि तीन पड़ोसी देशों बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान ने खुद को इस्लामिक राज्य घोषित किया है।
उन्होंने कहा, “आप किसी इस्लामिक राज्य में धर्म के आधार पर किसी के उत्पीड़न की कल्पना तक नहीं कर सकते। बांग्लादेश और पाकिस्तान में रहने वाले लोग अब वापस आ रहे हैं और वे केवल भारत का हिस्सा थे।”
जावड़ेकर ने कहा, “वे मूल रूप से भारतीय नागरिक थे, क्योंकि भारत का विभाजन हुआ था, लोग विभाजित नहीं हुए थे।”