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    प्याज के दामों में लगातार इजाफा हो रहा है। आसमान छूते दामों ने आम आदमी के आंसू निकाल दिए हैं। राज्य और केंद्र सरकारें इसके लिए कुछ करने की जगह बस इसे एक राजनीतिक मुद्दे की तरह इस्तेमाल कर रही हैं और एक-दूसरे पर हमला करने के लिए इस मुद्दे को हथियार बना लिया है। इस समय बाकी सारे मुद्दे से अधिक जरूरी जनता के लिए यह प्रश्न हो गया है कि प्याज के दाम नीचे कब आएंगे ?

    राजधानी दिल्ली में जहां एक तरफ प्याज को 120 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है वहीं पश्चिम बंगाल में प्याज के दाम 100 रुपए प्रति किलो को पार कर चुके हैं। प्याज को लेकर यह स्थित पैदा हो गई है जिसे सुनकर आप अचंभित रह जाएंगे। प्याज के दाम बढ़ जाने के बाद कुछ इस प्रकार की घटनाएं घटित हुई हैं जो कि अकल्पनीय हैं।

    हेलमेट पहनकर बिहार में बेचा गया प्याज

    इस प्रकार की एक घटना आज बिहार से सामने आई है। जहां शनिवार को आम आदमी को राहत पहुंचाने के लिए सरकार ने बिहार राज्य सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (बिस्कोमान) काउंटर के जरिए कम दामों पर प्याज मुहैया कराने की कोशिश की। राजधानी पटना में काउंटर से प्याज खरीदने के लिए लंबी कतारें देखी गईं। यहां प्याज 35 / किलो तक बेचा जा रहा है।

    लेकिन हैरान कर देने वाली बात यह थी कि इन कांउंचर के जरिए प्याज बेचने वाले कर्मचारियों को हेलमेट पहन कर प्याज बेचना पड़ा रहा है।

    इसके बारे में पूछने पर एक अधिकारी रोहित कुमार कहते हैं, कि काउंटर पर कम दामों में प्याज बेचने के दौरान पहले ‘पथराव और भगदड़ की घटनाएं हुई हैं, इसलिए यह हमारा एकमात्र विकल्प था। हमें कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई है। ‘

    पश्चिम बंगाल में सब्जी दुकान से प्याज चोरी, कैश को हाथ भी नहीं लगाया

    इससे पहले मंगलवार को भी इस प्रकार की एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई थी। पश्चिम बंगाल में पूर्वी मिदनापुर जिले में अक्षय दास सब्जी की दुकान चलाते हैं। जो कि यह बात सुन कर सदमें में आ गए थे कि सुबह के समय चोरों ने उनकी सब्जी की दुकान लूटने की कोशिश की।

    अचंभित करने वाली बात यह थी कि उनकी दुकान से 50 हजार रुपए कीमत की प्याज चोरी कर ली गई। लेकिन दुकान में रखे कैश को चोरों ने हाथ तक नहीं लगाया।

    बिहार विधानसभा में प्याज के दामों में वृद्धि के खिलाफ प्याज की माला पहनकर पहुंचे नेता

    बुधवार को बिहार विधानसभा में भी प्याज को लेकर कुछ अनोखा देखने को मिला। यहां राजद विधायक शिव चंद्र राम विधानसभा सत्र में शामिल होने के लिए प्याज की माला पहन कर पहुंचे। इसका कारण था कि सरकार का ध्यान राज्य में प्याज के बढ़ते हुए दामों की ओर आकर्षित करना।

    मीडिया से बात करते हुए उन्होंने इसके लिए सीएम नीतीश कुमार पर को जिम्मेदार ठहराया और उनके द्वारा किए गए खोखले वादों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 35 रुपए प्रति किलो के दर से विशेष काउंटर के जरिए प्याज बेची जाने की घोषणा की थी। लेकिन अभी तक ऐसा कोई भी काउंटर नजर नहीं आया।

    महाराष्ट्र में प्याज से भरा ट्रक लुट गया

    महाराष्ट्र के नासिक में रहने वाले एक व्यवसायी प्रेम चंद्र शुक्ला ने भी प्याज को लेकर एक अनोखी घटना का खुलासा किया था। प्रेम चंद्र शुक्ला ने नासिक से 20 लाख रुपए कीमत का प्याज एक ट्रक में भरकर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक व्यवसायी को भेजा था। लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि प्याज कभी गोरखपुर तक पहुंचेगा ही नहीं।

    ट्रक ने गोरखपुर नहीं पहुंचने की जानकारी मिलते ही शुक्ला सीधे शिवपुरी गए। जहां पर वह ट्रांसपोर्टर रहता था जो उस ट्रक का मालिक था जिससे प्याज भेजा गया था। पुलिस से मामले की शिकायत करने के बाद पुलिस ने ट्रक तो खोज निकाला। लेकिन उनमें थोड़ा भी प्याज नहीं था। जिसके बाद शुक्ला ने ट्रांसपोर्टर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की। ट्रक का चालक फरार था।

    गुजरात में सब्जी दुकान से 250 किलो प्याज हुआ चोरी

    सूरज जिले के पालनपुर पाटिया इलाके में भी सब्जी की दुकान पर प्याज चोरी करने की एक घटना कुछ दिनों पहले घटित हो चुकी है।

    जिसमें एक सब्जी की दुकान से 250 किलो प्याज चोरी कर लिया गया था। जिसकी कुल कीमत 25 हजार रुपए थी। मामले में दुकान के मालिक ने कहा था कि इस तरह की पहली बार हुई है।

    असम में भी प्याज की माला पहन पर विपक्ष का विरोध प्रदर्शन

    प्याज का मुद्दा केवल बिहार की राजनीति में ही शामिल नहीं हुआ बल्कि असम विधानसभा में भी इस मुद्दे को पूरे जोश के साथ उठाया गया। असम विधानसभा में कांग्रेस नेताओं द्वारा प्याज के दामों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया था।

    प्रदर्शन कर रहे नेताओं ने प्याज की माला पहनकर जमकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और असम में भाजपा सरकार के खिलाफ प्याज के आसमान छूते दामों को लेकर जमकर नारेबाजी की थी।

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