पोलैंड ने शुक्रवार को रूस के लम्बे जहाज सेदोव को अपने क्षेत्रीय जलमार्ग पर प्रवेशः करने से रोक दिया था। उन्होंने जहाज पर क्रीमिया से नौसेना के सैनिक भी सवार होने का आरोप लगाया था। पोलिश विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ऐवा सुवारा ने कहा कि “रूस के लम्बे जहाज की पोलैंड के जलमार्ग पर प्रवेश की अनुमति देना, यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की उनकी नीति के उलट होता।”
मंत्री ने आरोप लगाया कि “जहाज में क्रीमिया के सैनिक भी मौजूद थे और पोलैंड क्रीमिया के आधिपत्य को मान्यता नहीं देता है। हाल ही में सेदोव को यही कारण देकर एस्टोनियन जलमार्ग पर प्रवेश करने के लिए भी अनुमति नहीं दी थी। मार्च 2014 में रुसी सैनिकों ने क्रीमिया पर कब्ज़ा कर लिया था।
अलजजीरा के मुताबिक, मॉस्को ने दावा किया है कि क्रीमिया अब रूस का भाग है। जनमतसंग्रह के मुताबिक क्रीमिया की जनता ने यूक्रेन की राष्ट्रीयता को त्यागकर रूस में शामिल होने पर सहमति जताई है। क्रीमिया के द्वीप पर तनाव और हिंसा के दौरान कब्ज़ा किया गया था।
इसके बाद रुसी समर्थित यूक्रेन के राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच को सत्ता से बेदखल कर दिया था। उस वर्ष व्यापक स्तर पर प्रदर्शन हुए थे। बीते वर्ष अमेरिका ने रूस के दर्जनों नागरिकों पर नए सिरे के प्रतिबन्ध लगाए थे, जो क्रीमिया पर कब्जे में रूस के साथ शामिल था।