पाकिस्तान की सरकार ने ऋषि कपूर की पैतृक हवेली को म्यूजियम में परिवर्तित करने का ऐलान किया है, जिसके लिए ऋषि कपूर से अनुमति मिल चुकी है। भारतीय पत्रकारों से मुखातिब होते हुए पाकिस्तान के विदेश मन्त्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि वह योजना को अमल में लाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि हाल ही में ऋषि कपूर ने कॉल किया था और कहा कि पेशावर में स्थित उनकी पैतृक हवेली को किसी म्यूजियम या संस्थान में कर दिया जाए। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि आप उन्हें बता दीजियेगा कि पाकिस्तान ने यह निर्णय ले लिया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के राजनीतिक मामलों के विशेष सहायक नईमुल हक ने कहा कि प्रधानमंत्री पेशावर के इतिहास और विरासत को संजो कर रखने के इच्छुक है। उन्होंने कहा कि पीएम की इन संस्थानों को इनके असल सम्मान की तरह रखे की इच्छा है, ऋषि कपूर की अनुमति ने एक सकारात्मक सन्देश दिया है।
राज्य मंत्री शहरयार खान अफरीदी ने कहा कि साल 2016 में उनके जयपुर दौरे के दौरान ऋषि कपूर ने उन्हें कॉल किया था। उस वक्त अफरीदी खैबर पख्तुन्वा प्रांत के सांसद और इमरान खान संसद में विपक्षी दल में थे। उन्होंने कहा कि श्रीमान कपूर ने मुझे कॉल कर के उनके पैतृक आवास को म्यूजियम में परिवर्तित करने के बाबत बात की थी। उन्होंने कहा कि अब केंद्र और प्रांतीय सरकार साथ मिलकर इस पर कार्य कर रही है और जल्द ही यह संपन्न हो जायेगा।
ऋषि कपूर की हवेली किस्सा खावनी बाज़ार में स्थित है, जिसका निर्माण बशेस्वर्नाथ कपूर ने किया था। यह अभिनय की दुनिया के चाँद स्वर्गीय पृथ्वीराज कपूर के पिता थे। पृथ्वी राज कपूर के पुत्र राज कपूर का जन्म साल 1924 में इसी हवेली में हुआ था।
पांच मंजिला इस हवेली की हालत अब जर्जर हो चुकी है लेकिन इसमें 60 कमरे अभी भी सही सलामत है। साल 1947 में विभाजन के समय कपूर खानदान ने पेशावर त्याग दिया था, तब से इस जमीन को कई लोगो को सुपुर्द किया गया था। बॉलीवुड के दिग्गज दिलीप कुमार का आवास भी खावानी बाज़ार के नजदीक है।
पक्सितानी विभाग ने इस इमरत को राष्ट्रीय विरासत में परिवर्तित करने का प्रयास किया था लेकिन कानूनी कार्रवाई के कारण इस विचार को त्यागना पड़ा था। दिलीप कुमार का जन्म इसी पैतृक निवास में मुहम्मद युसूफ खान के नाम से 11 दिसम्बर, 1922 में हुआ था।