पेट्रोल-डीज़ल के दामों को लेकर हर ओर लगातार हताशा का माहौल छाया हुआ है, लेकिन इसके दाम कम होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं।
एक ओर जहाँ आम जनता इससे त्रस्त हो रही है, वहीं दूसरी तरफ सरकार इसपर कन्नी कटती हुई सी दिख रही है। ऐसे में जनता को पेट्रोल-डीज़ल के दामों में बढ़ती हुई कीमतों का बोझ कब तक सहना होगा कुछ कहा नहीं जा सकता है!
आज भी पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी हुई है। राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 15 पैसे व डीज़ल 20 पैसे प्रति लीटर की दर से महंगा हुआ है। इसी के साथ दिल्ली में पेट्रोल अब 84.00 रुपये प्रति लीटर व डीज़ल 75.45 रुपये प्रति लीटर तक पहुँच गया है।
देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई सबसे ज्यादा मार झेल रही है। यहाँ पर पेट्रोल-डीज़ल की कीमत देश भर के उच्चतम स्तर पर है। मुंबई में आज पेट्रोल के दाम 14 पैसे बढ़कर 91.34 रुपये प्रति लीटर व डीज़ल के दाम 21 पैसे बढ़ कर 80.10 रुपये प्रति लीटर पर आ गए हैं।
कल भी पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी हुई थी, जिसके बाद राजधानी में पेट्रोल 83.85 रुपये प्रति लीटर व डीज़ल 75.25 रुपये प्रति लीटर पहुँच गया था। मुंबई में कल पेट्रोल और डीज़ल के दाम क्रमशः 91.20 रुपये प्रति लीटर व 79.89 रुपये प्रति लीटर थे।
जवाब देने से कतरा रही है सरकार
लगातार बढ़ती पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों के संदर्भ में सरकार से आश्वासन तो दूर, कोई जवाब ही नहीं मिल रहा है।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान इस पर लगातार चुप्पी साधे हुए हैं। हालाँकि गुरुवार को कैबिनेट की मीटिंग के बाद हो सकता है कि सरकार अपनी कुछ जवाबदेही तय करने के विषय में विचार करे।
बाज़ार पर अब पड़ेगा सीधा असर
विशेषज्ञों के अनुसार कम समय के लिए बढ़ी पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों को तो बाज़ार एक बार नज़रअंदाज़ कर सकता है, लेकिन इतने लंबे समय के लिए कीमतों में हुई बढ़ोतरी से अब बाज़ार महंगाई की ओर रुख करेगा।
ईंधन महंगा होने से अन्य चीजों पर भी इसका सीधा असर पड़ता है और यही वजह है कि अब चीज़ें महँगी होती जाएंगी।