नई दिल्ली, 20 मई (आईएएनएस)| लोकसभा चुनाव के सातवें व आखिरी चरण का मतदान संपन्न होने के ठीक एक दिन बाद सोमवार को तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ा दिए।
पेट्रोल दिल्ली और मुंबई में नौ पैसे जबकि कोलकाता में आठ पैसे और चेन्नई में 10 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है। डीजल के दाम दिल्ली और कोलकाता में 15 पैसे जबकि मुंबई और चेन्नई में 16 पैसे प्रति लीटर बढ़ गए हैं।
दिल्ली में सोमवार को पेट्रोल का दाम नौ पैसे की वृद्धि के साथ 71.12 रुपये प्रति लीटर हो गया और डीजल 15 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 66.11 रुपये लीटर हो गया। इसके साथ ही पिछले 15 दिनों के दौरान तेल के दाम में लगातार कटौती का सिलसिला थम गया।
इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी आने के बावजूद पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार गिरावट जारी रही।
सरकारी तेल विपणन कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पिछले 15 दिनों के तेल के दाम वृद्धि के आधार पर किया गया है। हालांकि जानकार सूत्रों ने बताया कि सरकार के निर्देश पर चुनाव के दौरान तेल के दाम में कटौती की गई।
चुनाव अब समाप्त हो गया है, इसलिए तेल विपणन कंपनियां अब पिछले दिनों हुए घाटे को पूरा कर सकती हैं।
जाहिर है कि केंद्र में नई सरकार बनने के साथ उपभोक्ताओं में परिवहन ईंधन की महंगाई का पहला झटका लगेगा।
खाड़ी क्षेत्र में तनाव और ईरान व वेनेजुएला से तेल की आपूर्ति प्रभावित होने समेत वैश्विक परिस्थितियों से आगे कच्चे तेल के दाम में वृद्धि हो सकती है जिससे तेल की महंगाई पर लगाम लगाना मुश्किल होगा बशर्ते केंद्र सरकार उत्पाद कर में और राज्य सरकारें वैट में कटौती न करें।
आईएएनएस ने सात मई को अपनी रिपोर्ट में कहा था कि तेल कंपनियां चुनाव के दौरान तेल के दाम को निचले स्तर पर रखने में हुए घाटे को पाटने के लिए आगे कीमतों में 3-5 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर सकती हैं।
सरकार के सूत्रों ने बताया कि मार्च और अप्रैल के महीने में तेल कंपनियों ने पेट्रोल पांच रुपये प्रति लीटर और डीजल तीन रुपये प्रति लीटर की रियायत पर बेची, जबकि इंडियन बास्केट में कच्चे तेल की औसत कीमत क्रमश : 67 डॉलर प्रति बैरल और 71 डॉलर प्रति बैरल थी। यह स्तर मई में भी अब तक बरकरार है।
इससे पहले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान पिछले साल तेल कंपनियों ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी के बावजूद 19 दिनों तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया था, लेकिन उसके बाद लगातार 16 दिनों तक कीमतों में वृद्धि का सिलसिला जारी रहा था जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतें करीब 3.5 रुपये प्रति लीटर बढ़ गई थीं।
पेट्रोल और डीजल के दाम में रविवार को कोई बदलाव नहीं किया गया था। कमोडिटी बाजार के जानकार बताते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आई हालिया तेजी के बाद अब पेट्रोल और डीजल के दाम में फिलहाल राहत मिलने की गुंजाइश नहीं है।
एंजेल ब्रोकिंग के एनर्जी व करेंसी रिसर्च मामलों के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दाम में इस सप्ताह कटौती की संभावना नहीं है बल्कि वृद्धि का सिलसिला चल पड़ा है और आगे दो से तीन रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी हो सकती है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों तेल के दाम में जो वृद्धि हुई उसका असर पेट्रोल और डीजल के दाम पर जितना दिखना चाहिए उतना नहीं दिखा।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, सोमवार को दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम बढ़कर क्रमश: 71.12 रुपये, 73.19 रुपये, 76.73 रुपये और 73.82 रुपये प्रति लीटर हो गए। डीजल के दाम भी चारों महानगरों में बढ़कर क्रमश: 66.11 रुपये, 67.86 रुपये, 69.27 रुपये और 69.88 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।