केंद्र सरकार द्वारा तेल कंपनियों के सहयोग के बाद दी गयी छूट का पेट्रोल डीजल के दामों पर लंबे समय के लिए कोई असर देखने को नहीं मिला है। पिछले गुरुवार की गयी घोषणा के बाद लगभग हर दिन पेट्रोल-डीजल के दामों में इजाफा देखने को मिला है।
इसी के साथ आज मुंबई में पेट्रोल 23 पैसे महँगा होकर 87.73 रुपये प्रति लीटर पर पहुँच गया है व डीजल 31 पैसे महँगा होकर 77.68 रुपये पर आ गया है।
राजधानी दिल्ली में इसी तरह पेरोल के दामों में 23 पैसे व डीजल के दामों में 29 पैसे की बढ़ोतरी हुई है, इसके बाद वर्तमान में दिल्ली में पेट्रोल के दाम 82.26 रुपये व डीजल के दाम 74.11 रुपये प्रति लीटर पर आ गए हैं।
केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल के दामों में की गयी 2.5 रुपये की कटौती के बाद ही केंद्र ने राज्यों से भी 2.5 रुपये की छूट देने का का आग्रह किया था।
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने केंद्र के सुझाव को मानने स इंकार कर दिया था, जिसके बाद दिल्ली सरकार ने अपने वैट में कोई कमी नहीं की थी, जबकि भाजपा शासित राज्यों के अलावा भी कई राज्यों ने पेट्रोल-डीजल को लेकर अपने राज्यों में वैट को घटाया था।
इसी के साथ कोलकाता में पेट्रोल 22 पैसे महँगा होकर 84.09 रुपये प्रति लीटर व डीजल 29 पैसे महँगा होकर 75.96 रुपये प्रति है।
वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय परिवहन मंत्रीनितिन गिडकरी ने कहा है कि “अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में पेट्रोल के दामों कोई कमी न होने की दशा में हमें वैकल्पिक ईंधन जैसे बायो एथेनोल पर विचार करना होगा।”
मूड़ी की एक रिपोर्ट के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में आई तेज़ी के बाद भारतीय तेल कंपनियों को संयुक्त रूप से 6,500 करोड़ रुपये का घाटा उठाना पड़ा है।