भारत की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट सर्विस पेटीएम बैंक ने टोल प्लाजा पर ई-भुगतान के लिए नई पेटीएम फास्टैग सेवा की शुरूआत की है। इस सेवा के जरिए वाहन चालक नेशनल हाईवे पर स्थित किसी भी टोल प्लाजा पर बिना रूके पेटीएम फास्टेग सेवा के जरिए भुगतान कर सकेंगे।
पेटीएम फास्टैग सिस्टम के बारे में
रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी आधारित पेटीएम फास्टैग को गाड़ियों के विंडस्क्रीन पर लगाया जा सकता है। इस सिस्टम के जरिए वाहन चालक भारत के कुल 380 टोल प्लाजा पर रूके बिना ही भुगतान कर सकेंगे। दरअसल यह फास्टैग पेटीएम अकाउंट से जुड़ा हुआ है, इस प्रकार जैसे ही कोई वाहन चालक टोल प्लाजा से गुजरेगा, अकाउंट से टोल प्लाजा प्रभारों की कटौती स्वत: हो जाएगी।
मात्र नवंबर महीने में ही करीब 10 लाख से ज्यादा फास्टैग टोल लेनदेन को परिचालित किया गया है। आप को बता दें कि पेटीएम बैंक भारत में पेटीएम फास्टैग सेवा केवल कारों तथा कमर्शियल वाहन निर्माताओं के साथ काम कर रहा है। इन गाड़ियों में मारुति, हुंडई, टाटा, मर्सिडीज, रेनॉल्ट, बीएमडब्ल्यू, वोक्सवैगन, वोल्वो आदि शामिल हैं।
टोल ट्राजेंक्शन कैशबैक
इसके अतिरिक्त पुराने वाहन मालिक पेटीएम एप पर फास्टैग को आॅनलाइन खरीद सकते हैं। पेटीएम फास्टैग का इस्तेमाल करने वाले हर कस्टमर्स को हर टोल ट्राजेंक्शन पर 7.5 फीसदी कैशबैक मिलेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि पेटीएम फास्टैग का इस्तेमाल करने वाले वाहनों की संख्या वित्तीय साल के अंत तक करीब 10 लाख हो जाएगी।
पेटीएम पेमेंटस बैंक का कहना है
पेटीएम पेमेंटस बैंक के एमडी और सीईओ रेनू सत्ती के अनुसार, पेटीएम फास्टैग के जरिए टोल प्लाजा पर भुगतान के चलते वाहन चालकों के ना केवल घंटों समय की बचत होगी, बल्कि ईंधन की बर्बादी भी रूकेगी। यही नहीं टोल नेटवर्क ट्राजेंक्शन में भी पारदर्शिता देखने को मिलेगी। अनुमान के अनुसार एनएएचएआई हर साल देशभर में मौजूद टोल प्लाजा से कुल 15,000 करोड़ रुपए राजस्व एकत्र करता है।
आप को जानकारी के लिए बता दें कि अभी पिछले ही सप्ताह वित्त मंत्री अरूण जेटली ने पेटीएम पेमेंटस बैंक की शुरूआत की थी।
डिजिटल पेमेंट की नि:शुल्क सेवा पेश करते हुए बैंक ने कहा कि वह जल्द ही देश में 31 शाखाएं लांच करेगा। यह बैंक पूरे देश में लगभग एक लाख पेटीएम एटीएम खोलेगा। पेटीएम ने कहा कि अबतक करीब 28 करोड़ पंजीकृत यूजर्स और 18 करोड़ वॉलेट यूजर्स करीब 250 करोड़ रूपए का लेनदेन कर चुके हैं।