युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने हाल ही में संपन्न इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान दिग्गज रिकी पोंटिंग और सौरव गांगुली से खेल के मानसिक पहलू के बारे में बहुत कुछ सीखा है।
शॉ आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की फ्रेंचाईजी में दो पूर्व कप्तान के अंडर में खेल रहे थे- कोच रिकी पोंटिग और सलाहकार सौरव गांगुली।
टी-20 मुंबई लीग के साइडलाइंस से युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने कहा, ” मुझे रिकी पोंटिग और सौरव गांगुली के अंडर में खेलते हुए बहुत कुछ सीखने को मिला है। दोनो ने 15-20 साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला है और दोनो के पास विश्व के हर कौने में खेलने का अनुभव है। यह ऐसा नही है कि हमें केवल तीन या चार चीजे सीखने को मिली हो, हमें यहां मानसिक रुप से बहुत कुछ सीखने को मिला है।”
” उन्होने कभी भी तकनीक और अन्य चीजो के बारे में बात नही की, उन्होने हमें मैच दर मैच रणनीतियो के बारे में बताया ना कि हमारी कौशलता के बारे में। इसलिए उन्होंने हमें मानसिक रूप से मदद की, हमें मजबूत होने के लिए तैयार किया।”
19 वर्षीय खिलाड़ी ने आगे कहा, ” एक युवा के रुप में आईपीएल खेलना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। मैं पहले चिंतित था लेकिन उन्होने शांत होने में मेरी मदद की।”
शॉ जो इस समय मुंबई टी-20 लीग में नॉर्थ मुंबई पेंथर्स की कप्तानी कर रहे है, वह स्वीकार करते है कि वह एक अच्छे फिल्डर नही है और वह इस पर काम कर रहे है क्योंकि राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए फिल्डिंग बहुत महत्वपूर्ण है।
शॉ ने कहा, ” टी-20 क्रिकेट में फिल्डिंग बहुत महत्वपूर्ण है। जब मैं अंडर-14 और 16 खेलता था तब मैं एक फिल्डर के साथ-साथ एक खराब कप्तान भी था। लेकिन बाद मैं मुझे एहसासा हुआ अगर मुझे भारत की टीम से खेलना है तो फिल्डिंग एक महत्वपूर्ण तत्व है और मुझे इसे सुधारना होगा। और तब से मैंने इसे सुधारा है और मैंन भारतीय टीम के लिए भी अच्छा किया है।”
भारत के दो ओपनर बल्लेबाजो पर पृथ्वी ने कहा, ” जब मैंने रोहित और शिखर भाई के साथ खेलना तो इन दोनो के साथ खेलना मेरे लिए आरामदायक था। इन दोनो के साथ खेलना मेरे लिए बड़ी बात है।”