नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) के खिलाफ हजारों प्रदर्शनकारियों के सड़कों पर प्रदर्शन की वजह से असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल यहां कई घंटों तक हवाईअड्डे पर फंसे रहे। विधेयक को बुधवार को राज्यसभा में पेश किया गया। सोनोवाल तेजपुर से राज्य की राजधानी पहुंचे थे। वह लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के वीआईपी लाउंज में फंसे हुए थे। क्योंकि भारी विरोध प्रदर्शन के कारण उनका काफिला बाहर नहीं निकल सका।
प्रदर्शन एक दिन पहले शुरू हुआ और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के विधेयक के आज राज्यसभा में पेश करने के साथ प्रदर्शन और तेज हो गया।
हालांकि केंद्र सरकार द्वारा असम विधेयक में उत्तर पूर्वी राज्यों की आशंकाओं के समाधन के लिए कई प्रावधान रखे गए हैं। साथ ही असम के लोगों की चिंताओं के निवारण के लिए भी आश्वस्त किया गया है। लेकिन उसके बावजूत भी असम व त्रिपुरा से लगातार विरोध प्रदर्शन की घटनाएं सामने आ रही हैं। असम में हिंसक प्रदर्शनकारियों द्वारा सरकारी बस में आगजनी की सूचना भी मिली है।
जिसके बाद सरकार ने असम के 9 जिले लखीमपुर, तिनसुकिया, धेमाजी, डिब्रूगढ़, चराइदेव, शिवसागर, जोरहाट, गोलाघाट, कामरूप (मेट्रो) और असम के कामरूप जिलों में आज शाम 7 बजे से लेकर 12 दिसंबर शाम 7 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवा को 24 घंटे के लिए निलंबित कर दिया है।
#WATCH Assam: Protests continue against #CitizenshipAmmendmentBill2019, in Guwahati. Police also use tear gas shells to disperse the protesters. pic.twitter.com/5lul19ToTO
— ANI (@ANI) December 11, 2019
प्रदर्शनकारियों ने राज्य सचिवालय की तरफ मार्च करने की कोशिश की और सड़कों पर टायर जलाए और हालात बिगाड़ने की कोशिश की। पुलिस ने रबर की गोलियां और आंसू गैस के गोले दागकर स्थिति को बेकाबू होने से रोकने की कोशिश की।
असम में डिब्रूगढ़ के जिला मजिस्ट्रेट ने ‘सार्वजनिक शांति और शांति के संरक्षण’ के लिए आज शाम 4 बजे से शराब लाइसेंस प्राप्त परिसरों को बंद करने का आदेश दिया।
भारतीय रेलवे मे भी असम के तिनसुकिया डिवीजन और लुमडिंग डिवीजन में विभिन्न संगठनों और संघों द्वारा अनिश्चितकालीन ‘रेल रोको’ आंदोलन के कारण 12 ट्रेनों को रद्द कर दिया है और 10 ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक पूर्वोत्तर में सीएबी के विरोध के बीच त्रिपुरा में सेना की दो टुकड़ियों को तैनात किया गया है। असम के विभिन्न भागों से हिंसा की घटनाओं की रिपोर्ट है, जिसमें कई छात्रों सहित 25 प्रदर्शनकारियों को पुलिस लाठीचार्ज में चोटें आई हैं। असम में हालात को नियंत्रण में रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियों की तैनाती की गई है।