हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा पांडे को अलीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूजा पांडे ने महात्मा गाँधी के बलिदान दिवस पर गाँधी के पुतले पर गोली चलाते हुए नाथूराम गोडसे के जयकारे लगाए थे।
अलीगढ़ पुलिस ने पूजा पांडे के साथ ही उसके पति अशोक पांडे को भी हिरासत में ले लिया है।
महात्मा गाँधी के बलिदान दिवस के मौके पर एक विडियो वायरल हुआ था, जिसमें हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा पांडे महात्मा गाँधी के पुतले पर एयर पिस्टल से तीन बार गोलियां दागते हुए दिख रही थी।
इसी के साथ पूजा ने महात्मा गाँधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को महात्मा बताते हुए, उसके नाम के जयकारे भी लगाए थे।
विडियो वायरल होने के बाद पूजा पांडे के इस कृत्य की देश भर में निंदा हुई थी, जिसके बाद से ही पुलिस पूजा पांडे को गिरफ्तार करने के लिए जगह-जगह दबिश दे रही थी, लेकिन पूजा पांडे फरार थी।
पुलिस ने इस मामले में कुल 9 लोगों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए एफ़आईआर दर्ज़ की थी। इस सभी के ऊपर आईपीसी की धारा 153-ए, 295-ए व धारा 147 के तहत कार्यवाही की गयी है।
मालूम हो कि धारा 147 दंगा फैलाने के लिए लगाई जाती है। इसी के साथ ही महात्मा गाँधी का पुतला जलाए जाने के चलते इन सभी पर विशेष अधिकार अधिनियम के तहत भी कार्यवाही की गयी है।
हालाँकि पूजा पांडे के पति से जब इस कृत्य के विषय में पूछा गया, तब उसने कहा कि उसे नहीं लगता उसने कुछ भी गलत किया है। गाँधी विभाजन के लिए दोषी हैं। हमने अपने कार्यालय के भीतर यह कार्यक्रम किया था।’
पांडे ने इसकी तुलना रावण पुतला दहन से करते हुए कहा कि ‘हम हर साल रावण के पुतले को भी जलाते हैं और जश्न मनाते हैं।’
वहीं कॉंग्रेस ने इसके लिए बीजेपी को दोषी ठहराते हुए उसे इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया था। कॉंग्रेस का कहना है कि राज्य में भाजपा सरकार होने के चलते यह घटना घटित हुई है।