नई दिल्ली, 24 मई (आईएएनएस)| भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए साल 2019 अभी तक अच्छा नहीं रहा है। उनकी हालिया असफलता सुदीरमन कप में देखने को मिली। विश्व की इस मिश्रित टीम चैम्पियनशिप में भारत को पहले ही दौर में हार का सामना करना पड़ा।
भारतीय टीम मलेशिया और चीन के खिलाफ मात खाने के बाद टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
भारतीय खिलाड़ियों की खराब फॉर्म के बारे में टीम के कोच पुलेला गोपीचंद ने आईएएनएस से कहा कि बीते साल राष्ट्रमंडल खेल, एशियाई खेल, और विश्व चैम्पियनशिप के चलते खिलाड़ियों का कार्यक्रम काफी व्यस्त रहा, जिसका कहीं न कहीं असर इस साल पड़ रहा है।
गोपीचंद ने कहा, “पिछले साल का कार्यक्रम काफी व्यस्त था और हमें तैयारी करने का समय भी कम मिला।”
गोपीचंद ने कहा कि अगले साल होने वाले ओलम्पिक खेलों की तैयारी जून और जुलाई से शुरू होगी और वहां खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है।
उन्होंने कहा, “ऐसा पहली बार होगा कि हमें पांच-छह सप्ताह टीम के साथ बिताने का समय मिलेगा और यहां हमें उम्मीद है कि हम अपने प्रदर्शन में बदलाव कर सकेंगे।”
गोपीचंद ने कहा कि ट्रैनिंग का यह कार्यक्रम पहले ही तैयार किया जा चुका था और खिलाड़ियों के प्रदर्शन से इसमें बदलाव नहीं होगा।
सुदीरमन कप में किदाम्बी श्रीकांत नहीं खेले थे। पहले मैच में भारत को मलेशिया ने 3-2 से हराया था जबकि चीन के खिलाफ खेले गए दूसरे मैच में भारत को 0-5 से एकतरफा हार मिली थी। टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में भारतीय टीम क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी और चीन के हाथों 3-0 से हार गई थी।
इस साल भारतीय खिलाड़ियों की असफलता आम रही है। सिर्फ सायना नेहवाल ही 2019 में खिताब जीत चुकी हैं। उन्होंने जनवरी में इंडोनेशिया मास्टर्स का खिताब अपने नाम किया था। इस टूर्नामेंट के फाइनल में उनकी प्रतिद्वंद्वी स्पेन की कैरोलिना मारिन ने घुटने में चोट के कारण अपना नाम वापस ले लिया था।