बंगाल पुलिस के सेवानिवृत अधिकारी गौरव दत्त की आत्महत्या का दोष उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर मढ़ा है। बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने,”इस घटना के बाबत मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच की भी मांग की है।”
मुकुल रॉय ने यह भी कहा कि,”बंगाल के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी आईपीएस अधिकारी ने अपनी आत्महत्या का दोष किसी सरकार या पार्टी को दिया है।”
सोशल मीडिया पर वाइरल हो रहे इस सुसाइड नोट में 1986 बैच के अधिकारी गौरव दत्त ने लिखा कि,”सीएम ने उन पर चल रहे दो लंबित मामलों को बंद करने से इंकार कर दिया। इन दो मुकदमों में से एक की फाइल राज्य सरकार ने खो दी है। वहीं दूसरे मामले में उनपर भ्रष्टाचार को कोई आरोप सिद्ध नहीं हो पाया हैं। मुख्यमंत्री ने 10 सालों तक उनका मानसिक उत्पीड़न किया है। जिस कारण वे यह कदम उठाने को मजबूर हैं।” ज्ञात हो कि बीते 31 दिसंबर 2018 को वे रिटायर हुए है।
बीते 19 फरवरी को उन्होंने कोलकाता में अपने निवास पर हाथ का नस काटकर आत्महत्या कर ली थी। हालांकि राज्य सरकार ने इस मामले पर अबतक चुप्पी साधी हुई है। सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार ‘सुसाइड नोट’ में लिखी बातों से इंकार कर रही है।
दत्त को साल 2010 में नौ महीने के लिए सस्पेंड किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक उनपर एक कॉस्टेबल की पत्नी ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था, जिस बाबत उन्हें सस्पेंड किया गया था। साल 2012 में उनपर भ्रष्टाचार का आरोप लगा था।
मुकुल रॉय ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। ज्ञात हो कि कुछ दिनों पहले सीएम ममता बनर्जी कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के बचाव में धरने पर बैठ गई थी। सीबीआई राजीव कुमार से शारदा चिट फंड मामले में पूछताछ करने के लिए उनके घर गई थी। जिसके बाद मामला काफी बढ़ गया था।