भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान के राजदूत को तलब किया और पुलवामा आतंकी हमले के खिलाफ विरोध प्रकट किया है। कश्मीर के पुलवामा जिले में पाकिस्तानी समर्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकी समूह में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले कर दिया जिसमे 40 सैनिकों की शहादत की खबर आयी है।
गुरुवार को कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी जेईएम ने ली है। इसमें 40 सैनिक शहीद हुए और पांच बुरी तरह जख्मी हुए हैं। भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने पाकिस्तान उच्चायुक्त सोहैल महमूद को समन जारी किया है और पुलवामा में सैनिकों की मृत्यु का विरोध प्रकट किया है।
#WATCH Delhi: Pakistan High Commissioner to India Sohail Mahmood(on the left) leaves from MEA. He had been summoned by Foreign Secretary Vijay Gokhale. #PulwamaAttack pic.twitter.com/0on0k0bPNX
— ANI (@ANI) February 15, 2019
रिपोर्टों के अनुसार, हमला एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया था, जिसने विस्फोटक से भरी कार को सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी थी। काफिले में 70 से अधिक वाहन और 2,500 से अधिक कर्मी थे। हमला तीन साल में सबसे बड़ा हमला है। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी समूह ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की निंदा की, उन्होंने कसम खाई कि ‘हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा,’ और पूरा देश शहीदों के परिवारों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है। रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी हमलावर की कार में लगभग 350 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ था, जिसने सीआरपीएफ के काफिले की बस में टक्कर मारी थी। इस हमले में बस को निशाना बनाया गया था लेकिन यह धमाका इतना खतरनाक था कि इससे कई और वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।