पुलवामा आतंकी हमले पर पाकिस्तान के राजदूत के बयान को अफगानिस्तान के असंगत करार दिया है और कहा कि यह बयान अफगान शान्ति की उनकी प्रतिबद्धता से मेल नहीं खाता है। रायटर्स के मुताबिक अफगानिस्तान में पाकिस्तान के राजदूत ने मंगलवार को कहा कि “कश्मीर हमले पर अगर भारत पाकिस्तान पर हिंसात्मक कार्रवाई करता है तो इससे अमेरिका और अफगानिस्तान के मध्य जारी शान्ति वार्ता पर असर पड़ेगा।”
बुधवार को अफगान विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि “अफगानिस्तान में पाकिस्तानी राजदूत के बयान असंगत है और अफगान शान्ति प्रक्रिया में सहयोग की पाकिस्तानी प्रतिबद्धता से उलट है।” काबुल ने हिदायत दी कि इस्लामाबाद को अपनी प्रतिबद्धताओं पर खरा उतरना होगा और ऐसी बेतुके बयान नहीं देने चाहिए।
अफगान विदेश मंत्रालय ने कहा कि “इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ अफगानिस्तान क्षेत्र में तनाव को हमेशा कम करना चाहता हैं और मतभेदों को शांतिपूर्ण तरीके और बातचीत सुलझाया जाना चाहिए। अफगानिस्तान की सरकार चाहती है कि पकिस्तान को शान्ति प्रक्रिया से जुड़ी अपनी प्रतिबद्धताओं को निभाए और ऐसे बेतुके बयान से बचे क्योंकि इससे किसी समस्या का समाधान नहीं होता है।”
इमरान खान ने दोनों देशों के मध्य तनाव की स्थिति बढ़ने के बाद बयान जारी किया था। पुलवामा आतंकी हमले में पाकिस्तानी पीएम की कई समय तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी थी।
इमरान खान ने कहा कि “पाकिस्तान पर हमला ‘अटैक पाकिस्तान’ चुनावों के मद्देनज़र किया जा रहा है। लेकिन अगर यह सब गंभीर है तो एक बात स्पष्ट है कि, पाकिस्तान बदला लेने की सोचेगा नहीं, प्रतिकार करेगा।” वीडियो सन्देश के जरिये पाक प्रधानमंत्री ने कहा कि “पाकिस्तान के समक्ष इसके आलावा कोई विकल्प नहीं बचता है।”
बीते गुरूवार को कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर फियादीन आतंकी हमला किया गया था। जिसमे 40 जवान शहीद और थे और पांच बुरी तरह जख्मी थे। इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी समर्थित आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद ने ली थी।