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    पुडुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी ने गुरुवार को यहां कहा कि अयोध्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दौरान यूपी सरकार और पुलिस ने काफी बेहतर काम किया। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस को इसके लिए मैग्सेसे पुरस्कार मिलने चाहिए।

    किरण बेदी यहां 22 वर्ष बाद आयोजित 47वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस के उद्घाटन के अवसर पर बोल रही थीं। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश पुलिस तो वैसे ही सराहनीय कार्य करती है, लेकिन अयोध्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दौरान यूपी सरकार और पुलिस ने काफी बेहतर काम किया।

    यूपी पुलिस को इसके लिए मैग्सेसे पुरस्कार मिलना चाहिए। इसके साथ ही प्रयागराज कुंभ के सफल आयोजन पर उप्र पुलिस का पूरी दुनिया में सम्मान बढ़ा है।”

    किरण बेदी ने कहा, “हर पुलिसकर्मी को अपनी वर्दी को मंदिर मानना चाहिए। मंदिर में कोई अन्याय नहीं होना चाहिए। पुलिस को न्याय और हिम्मत से काम करना चाहिए। अब तो यूपी पुलिस को बेहतर नेतृत्व और संसाधन मिल रहा है।”

    उन्होंने कहा, “इस समय पूरे देश में बीट पुलिसिंग की सख्त जरूरत है। बीट पुलिसिंग से हमको हर व्यक्ति की जानकारी होती है। बीट पुलिसिंग के लिए बेहतरीन कांस्टेबल को चुनना चाहिए। आला अधिकारियों को भी बीट पुलिसिंग में हिस्सा लेना चाहिए। बीट पुलिसिंग के बगैर अपराध रोकना संभव नहीं है। बीट पुलिसिंग में मार्निग रोल कल में अफसरों को जाना चाहिए। बीट पुलिसिंग का आज भी कोई विकल्प नहीं है।”

    उन्होंने कहा, “हर इलाके में बीट बॉक्स या बूथ होना चाहिए, जहां बीट पुलिसमैन बैठता हो। जनता की मदद से हम बीट बॉक्स या बूथ बनाएं। दिल्ली में तो हमने जनता की मदद से बीट बॉक्स और बूथ बनाए थे। बीट पुलिसिंग सारी पुलिसिंग की रीढ़ है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी शाम की फूट पेट्रोलिंग पर जोर देते हैं, जो बहुत जरूरी है।”

    बेदी ने कहा कि “मार्निग मीटिंग के बाद इवनिंग ब्रीफिंग में बीट पुलिसिंग का अहम रोल होता है। शीर्ष अफसरों को वीआईपी मूवमेंट, लॉ एंड ऑर्डर के चलते भी बीट पुलिसिंग को नहीं छेड़ना चाहिए।”

    इस अवसर पर बेदी ने पुलिस साइंस कांग्रेस में पेश किए गए शोधपत्रों की पुस्तिका का विमोचन भी किया।

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